फर्रुखाबाद में पिछले 20 साल से कांग्रेस का खाता नहीं खुला
फर्रुखाबाद,13 जनवरी (हि.स.)। फर्रुखाबाद जिले की यदि चारों विधानसभा सीटों पर नजर डाली जाए तो यहां पिछले बीस साल से कांग्रेस खाता नहीं खोल सकी। नगर विधानसभा सीट की यदि बात की जाए तो यहां सर्वाधिक भाजपा का कब्जा रहा है। आज भी इस सीट पर भाजपा के मेजर सुनील दत्त द्विवेदी विधायक है।
आजादी के बाद 1951 में यहां पहला विधानसभा चुनाव हुआ था। उस समय जिले की चारों विधान सभा सीटों पर कांग्रेस नें कब्जा कर लिया था। इस चुनाव के बाद 1957 में हुए चुनाव में फिर तीन सीटों पर कांग्रेस का राज हो गया। यह अलग बात है कि की सदर विधानसभा से दोबारा और भोजपुर विधानसभा से दो बार कांग्रेस से महरम सिंह व विमल तिवारी अलग अलग समय मे विधायक बने। 1977 के चुनाव में सदर विधान सभा मे ब्रह्म दत्त द्विवेदी ने भगवा पहरा दिया। 2002 लुइस खुर्शीद ने कांग्रेस से कायमगंज में जीत दर्ज कराई। इसके बाद 20 साल के लम्बे अन्तराल में हुए विधानसभा चुनाव में एक भी सीट पर कांग्रेस के खाते में नहीं गई।
इससे पहले 1967 में कांग्रेस ने दो सीटें फर्रुखाबाद, मोहम्मदाबाद पर चुनाव जीता। 1969 के चुनाव में फिर कांग्रेस के हाथ को जनता का साथ मिला और चारों सीटें फर्रुखाबाद, कमालगंज, कायमगंज, मोहम्मदाबाद पार्टी ने जीतीं। 1974 के चुनाव में कांग्रेस कमालगंज, फर्रुखाबाद सीट से चुनाव जीती। 1977 में हुए चुनाव में मोहम्मदाबाद सीट पर कब्जा किया। 1980 में एक बार फिर से मोहम्मदाबाद पर कब्जा बरकरार रखा। 1985 के चुनाव में कमालगंज व मोहम्मदाबाद पर अपना कब्जा जमाया।
1989 में फर्रुखाबाद, 1991 के चुनाव में मोहम्मदाबाद, 1993, 1996 के चुनाव में एक भी सीट कांग्रेस के कब्जे में नहीं गयी। 2002 के चुनाव में कायमगंज से लुईस खुर्शीद चुनाव जीती थी। इसके बाद से जिले में कांग्रेस की एक भी सीट पर कब्जा नहीं जमा सकी। सदर विधानसभा में अधिकांश समय भाजपा का कब्जा रहा।इस विधान सभा क्षेत्र में सपा से विजय सिंह बसपा से अनंतकुमार मिश्र भी चुनाव जीत कर जनता के दिल पर राज कर चुके है।