प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वोत्तर के लिए खोला विकास का पिटारा
इटानगर/ गुवाहाटी/ त्रिपुरा, 09 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिवसीय पूर्वोत्तर के अरुणाचल, असम और त्रिपुरा दौरे के दूसरे दिन शनिवार को कई परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया। गुवाहाटी राजभवन से सुबह अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के इंदिरा गांधी पार्क में पहुंचकर जनसभा को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री ने पापुम पारे जिले के होलोंगी में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे और पापुम पारे जिले के जोटे में फिल्म एवं टेलिवीजन इंस्टीट्यूट की आधिरशिला रखी। उन्होंने पूर्वोत्तर के विकास के लिए पिटारा खाेलते हुए कहा कि अरुणाचल और उत्तर-पूर्व के विकास के लिए न तो फंड की कमी आने दी जाएगी और न ही इच्छाशक्ति की।
शनिवार को पीएम मोदी ने परियोजनाओं की कड़ी में 132/33 केवी के सात, 33/11 केवी 24 सब स्टेशन और सेला में दो सड़क मार्ग के लिए सुरंग की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने तेजू स्थित रेट्रोफिटेड हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। इसके अलावा 50 स्वास्थ्य केंद्रों का उद्घाटन कर राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं को नई गति दी, वहीं 110 मेगावाट क्षमता के हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्लांट को भी देश को समर्पित किया। साथ ही अरुणाचल प्रदेश के पहले दूरदर्शन चैनल अरुण प्रभा का लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री ने सौभाग्य योजना के तहत अरुणाचल प्रदेश को 100 फीसद इलेक्ट्रिफिकेशन वाले राज्य के रूप में घोषित किया। इस मौके पर केंद्र की भाजपानीत गठबंधन सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि 55 वर्ष की एक पार्टी की सरकार और 55 माह की राजग की सरकार के कार्यों की जनता उत्तर पूर्व में हुए विकास कार्यों की तुलना करे तो अरुणाचल व पूर्वोत्तर के लिए क्या काम हुए, इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बीते 55 महीनों में अरुणाचल और उत्तर पूर्व के विकास के लिए न तो कभी फंड की कमी आने दी गई और न ही इच्छा शक्ति की कमी आई है। बीते वर्षों में राज्यों को 44 हजार करोड़ रुपयों का फंड दिया गया, जो पिछली सरकार की तुलना में लगभग डबल है। इसके अलावा केंद्र सरकार यहां हजारों करोड़ के अन्य प्रोजेक्टड पर भी काम कर रही है।
मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया का सपना तभी सफल होगा, जब उत्तर पूर्व के राज्यों का विकास होगा। उत्तर पूर्व के विकास के लिए फंड और इच्छा शक्ति की कभी हमने कमी नहीं होने दी। आजादी के बाद पहली बार एक राज्य में दो हवाई अड्डों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ। अरुणाचल में आजादी के बाद यात्री विमानों के उतरने की व्यवस्था नहीं थी।
इटानगर के बाद राजधानी गुवाहाटी पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने चांगसारी में लगभग तीन लाख से अधिक उपस्थित जनता के समक्ष लगभग 39 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं से असम में विकास को काफी गति मिलेगी। प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर के स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत बनाने के लिए एम्स के लिए भूमि पूजन किया। साथ ही नुमलीगढ़ स्थित असम बॉयो-रिफायनरी, बरौनी-गुवाहाटी प्राकृतिक गैस पाइप लाइन, ब्रह्मपुत्र घाटी के कामरूप एवं कामरूप (मेट्रो) जिला के साथ ही बराक घाटी के हैलाकांदी एवं करीमगंज जिलों में शहरी गैस वितरण व्यवस्था का शिलायन्यास किया। इस मौके पर नॉर्थ ईस्ट गैस ग्रिड का उद्घाटन, ब्रह्मपुत्र के ऊपर छह लेन वाले गुवाहाटी-उत्तर गुवाहाटी को जोड़ने के लिए सड़क पुल का शिलान्यास, उत्तर गुवाहाटी में माउंडेड स्टोरेज वेसेल के एलपीजी क्षमता के विस्तार को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को समर्पित किया।
मोदी ने तिनसुकिया जिले में स्थित होलोंग मॉड्यूलर गैस प्रोसेसिंग संयंत्र का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, आज पूर्वोत्तर के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ रहा है और इस क्षेत्र का तेजी से विकास मेरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि असम प्रगति की राह पर है। उन्होंने कहा, उत्तर पूर्व के लिए हमारा समर्पण अंतरिम बजट में साबित हुआ है, क्योंकि उत्तर पूर्व के लिए आवंटन में 21 फीसद की वृद्धि की गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार उत्तर पूर्वी राज्यों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्हें आश्वासन दिया है कि असम समझौते की धारा नंबर 06 को क्रियान्वित किया जाएगा। इससे स्थानीय लोगों की संस्कृति, संसाधनों और भाषाओं की रक्षा होगी। नागरिकता विधेयक पर, पीएम ने लोगों से आग्रह किया कि नागरिकता विधेयक से संबंधित अफवाहों से दूर रहें। उन्होंने कहा, 36 साल बीत गए असम समझौते को, अभी तक लागू नहीं किया गया है और केवल मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इसे पूरा करेगी। पीएम ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे राजनीतिक लाभ और वोट बैंक के लिए असम के लोगों की भावनाओं के साथ खेलना बंद करें।
उन्होंने उत्तर पूर्व के लोगों को भी आश्वासन दिया कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक के माध्यम से उनके राज्य को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि असम समझौते की आपकी मांग को लागू किया जाएगा। भ्रष्टाचार के बारे में बोलते हुए पीएम ने कहा, चौकीदार भ्रष्टाचारियों पर नकेल कस रहा है। पहले की सरकारों ने भ्रष्टाचार को सामान्य स्थिति बना दिया था, लेकिन हम इस खतरे को समाज से दूर कर रहे हैं।
दोपहर बाद त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में प्रधानमंत्री ने तीन परियोजनाओं का उद्घाटन व लोकार्पण किया। अगरतला हवाई अड्डा पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री हवाई अड्डा परिसर में स्थापित अगरतला हवाई अड्डे पर महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य बहादुर की प्रतिमा का लोकार्पण किया। जबकि विवेकानंद मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करने के पहले गार्जी-बेलेनिया रेल लाइन को देश को समर्पित किया। साथ ही त्रिपुरा के नरसिंहगढ़ स्थित त्रिपुरा इंस्टीट्यूट आफ टेक्निकल का उद्घाटन किया। इसके पश्चात उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र और राज्य की भाजपानीत गठबंधन सरकार के कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए।