प्रधानमंत्री की सुरक्षा देश की सर्वोच्च प्राथमिकता:भूपेश बघेल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क़ाफ़िले के सुरक्षा चूक मसले पर छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल में पीएम मोदी और भाजपा पर तीखा हमला किया है। सीएम भूपेश ने इस पूरी घटना को पंजाब में कांग्रेस की सरकार को बर्खास्त करने का षड्यंत्र बताया। शुक्रवार को एक पत्रवार्ता में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा देश की सर्वोच्च प्राथमिकता है क्योकिं देश ने दो -दो प्रधानमंत्री को खोया है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह आई बी और प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों की फेल्योर है। मौसम खराब था तो हेलीकाप्टर से जाने का प्रोग्राम बनाकर प्रधानमंत्री की जान खतरे में क्यों डाली गई। उन्होंने प्रश्न किया कि जहां 20 आईपीएस और 10 हजार जवान लगाए गए थे। पीएम ने एकाएक रोड से जाने का फैसला क्यों किया। आखिर एकाएक यह निर्णय क्यों लिया गया। पीएम की सुरक्षा को ताक पर रखने का फैसला क्यों किया गया। दरअसल पीएम वहाँ राजनीति चमकाने गए थे इसलिए यह बयान दिया कि सीएम को धन्यवाद कहना कि मैं बचकर जिंदा जा रहा हूँ। यह विशुद्ध रूप से राजनीति है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं, चाहे वे किसी भी पार्टी के हों। उनकी सुरक्षा में चूक नहीं होनी चाहिए। पंजाब सरकार ने पूरी व्यवस्था की थी। सरकार को एयरपोर्ट, हेलीपेड और आयोजन स्थल की जानकारी दी गई थी। इसके लिए पंजाब पुलिस के 20 आईपीएस अधिकारी और 10 हजार जवान लगाए गए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने बठिंडा से फिरोजपुर तक सड़क से जाने का प्लान बठिंडा पहुंच जाने के बाद बताया गया । इतने कम समय में उतने लंबे रास्ते को घेर पाना किसी के लिए संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, प्रधानमंत्री को यह क्यों कहना पड़ा कि जिंदा लौट पाया। क्या उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंके गए। काले झंडे दिखाए गए। ऐसा नहीं हुआ। सच तो यह है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को पंजाब में एक दलित सीएम बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इन लोगों को पता चल गया है कि पंजाब और उत्तर प्रदेश से ये साफ होने वाले हैं। ऐसे में ये लोग विशुद्ध राजनीति कर रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री को जान का खतरा था तो रैली करने क्यों गए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और प्रधानमंत्री सुरक्षा की एजेंसी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, जब भाजपा और प्रधानमंत्री कार्यालय ने फिरोजपुर रैली का प्रोग्राम बनाया तो मौसम को नजर अंदाज क्यों किया। किसान आंदोलन में पंजाब के सैकड़ों लोग मरे हैं। वहां प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा खिलाफ वातावरण है। यह जानते हुए भी प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से जाते हैं, उसका भी फैसला अचानक होता है। भूपेश बघेल ने पूछा, इस चूक के लिए केंद्रीय एजेंसियों पर क्या कार्रवाई हो रही है।