पेंटागन ने भारत के उपग्रहरोधी मिसाइल परीक्षण का किया समर्थन
वाशिंगटन, 12 अप्रैल (हि.स.)। भारत की उपग्रहरोधी मिसाइल के परीक्षण से जहां चीन और पाकिस्तान परेशान हैं, वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने इसका समर्थन किया है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
दरअसल, अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती ताकत से चीन और उसके सदाबहार मित्र पाकिस्तान को खुशी नही हो रही है। लेकिन पेंटागन ने गुरुवार को कहा कि भारत को अंतरिक्ष में बढ़ते तनाव की चिंता है, इसलिए उसने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर इस तरह की मिसाइल का परीक्षण किया है, जो बिल्कुल सही है।
समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, अमेरिकी स्ट्रेटेजिक कमांड के कमांडर जनरल जॉन ई. हैटन ने कहा, ‘’ हमें सबसे पहले यह समझना होगा कि भारत को ऐसा क्यों करना पड़ा। हालांकि कमेटी इसकी जांच कर रही है, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि उन्हें अंतरिक्ष में दूसरी शक्तियों से खतरा है, इसलिए वह रक्षात्मक तरीका अपना रहे हैं। ”
उल्लेखनीय है कि भारत के सफल परीक्षण के बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इसे खतरनाक बताया था और कहा था कि इससे अंतरिक्ष में चार सौ कचरे के टुकड़े पैदा हुए हैं. जो सभी के लिए खतरा हैं। हालांकि भारत ने इस तर्क खारिज कर दिया था और कहा था कि ये टुकड़े कुछ समय में ही नष्ट हो जाएंगे।
वैसे भारत के इस परीक्षण पर सिर्फ चीन और पाकिस्तान ने ही खुलकर आपत्ति दर्ज की थी, जबकि अमेरिका और यूरोपीय देशों ने बधाई दी थी। हालांकि कुछ साल पहले जब चीन ने इस तरह का परीक्षण किया था तो दुनिया के कई देशों ने उसकी निंदा की थी।