पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पंजाब या तमिलनाडु से हो सकते हैं राज्यसभा सांसद
नई दिल्ली, 06 जनवरी (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का राज्यसभा का कार्यकाल 14 जून 2019 को खत्म हो रहा है । भारतीय राजनीति, प्रशासन व विश्व अर्थजगत में उनकी साख तथा अनुभव को देखते हुए यूपीए चेयरपरसन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी, तीनों ही मनमोहन सिंह को राज्यसभा सांसद बनाये रखना बहुत जरूरी मानते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार डा. हरि देसाई का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वह भले ही राज्य सभा में चुपचाप बैठे कार्रवाई देखते-सुनते रहते हैं, लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आक्रामक आर्थिक बरबादी वाले आरोपों या वित्तमंत्री अरूण जेटली के चुनकर लगाये गये आरोपों का जवाब देना होता है, तो मनमोहन सिंह के मुंह से निकले गिने-चुने शब्द ही दोनों की आक्रामकता की आग पर पानी डाल देते हैं। मनमोहन सिंह का अनुभवजनीत मौन ही अब मन की बात वाले नरेन्द्र मोदी पर बहुत भारी पड़ने लगा है । जुमलेबाजी से ऊबी जनता अब वाचाल मोदी की तुलना मौन मनमोहन से करने लगी है, जिसका लाभ कांग्रेस को मिलने लगा है ।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि मनमोहन सिंह असम से राज्य सभा सांसद हैं। लेकिन असम में कांग्रेस की सरकार नहीं होने तथा राज्य विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों की संख्या कम होने, पार्टी के किसी नेता को राज्य सभा में भेजने लायक स्थिति नहीं होने के कारण अब वहां से इनको राज्यसभा के लिए चुना जाना संभव नहीं है। ऐसे में इनको पंजाब से राज्यसभा सांसद अंबिका सोनी से इस्तीफा दिलवा कर राज्य सभा में लाया जा सकता है। अंबिका सोनी अप्रैल – मई 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में आनंदपुर साहब सीट से लड़ सकती हैं। राज्य में कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से अंबिका की अच्छी बनती है, इसलिए अंबिका चुनाव जीत सकती हैं। इसके अलावा उनको तमिलनाडु से भी राज्य सभा में लाया जा सकता है। क्योंकि जून 2019 में तमिलनाडु से राज्यसभा के लिए 06 सीटें खाली हो रही हैं। डीएमके और कांग्रेस मिलकर उन 06 में 03 सीटें आसानी से जीत सकते हैं। डीएमके प्रमुख स्टालिन ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा तक कर दी है। इसके चलते डीएमके और कांग्रेस का गठबंधन पक्का माना जा रहा है। ऐसे में संभव है कांग्रेस मनमोहन सिंह को तमिलनाडु से राज्यसभा प्रत्याशी बनावे और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सहयोग से उन्हें चुनाव जीताकर लावे ।