पुलवामा हमले में राशिद के बाद मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद उमेर का नाम आया सामने

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नई दिल्ली, 16 फरवरी (हि.स.)। पुलवामा हमले के साजिशकर्ता के रूप में अब्दुल राशिद के बाद अब जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद उमेर का नाम सामने आ रहा है। यह जानकारी दिल्ली स्थित एनआईए मुख्यालय के सूत्रों ने दी है। उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह पाकिस्तान में रहकर गतिविधियों को मॉनिटर कर रहा था।
पुलवामा हमले के बाद एनआईए की टीम ने कुछ कॉल डिटेल्स को खंगाले हैं| इसकी जांच में उमेर का नाम सामने आया है। इसके लिए मोबाइल टावरों से गुजरने वाले कॉल्स की भी जांच की जा रही है। एनआईए के सूत्र यह भी बता रहे हैं कि हमले में आरडीएक्स का भी इस्तेमाल किया गया था। हालांकि इसमें सुपर जेल-90 नामक रसायन भी मिलाया गया था। सुपर जेल-90 एक ऐसा रसायन है जिसका प्रयोग विस्फोट में उछाल लाने के लिए किया जाता है। यही कारण है कि इस विस्फोट का असर 15 किलोमीटर के दायरे में देखा गया। इस दायरे में कई घरों के खिड़कियों के शीशे भी टूट गए। यह जानकारी भी मिल रही है कि इस हमले में स्कार्पियो का इस्तेमाल नहीं हुआ बल्कि इसमें इको गाड़ी का प्रयोग किया गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खुफिया सूत्रों को जानकारी मिली थी कि मसूद अजहर के भाई अब्दुल राउफ का बेटा मोहम्मद उमेर भारत में घुसपैठ कर चुका है। उसके बारे में यह भी कहा गया था कि वह दिल्ली व कश्मीर में टेरर नेटवर्क तैयार कर रहा है। इसके चलते पूरे देश की खुफिया एजेंसी घुटने पर आ गई थी। उमेर के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि वह अभी पुलवामा इलाके में मौजूद है। यही कारण है कि अभी सुरक्षा एजेंसी पुलवामा के इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। उमेर के बारे में बताया गया है कि वह जम्मू-कश्मीर में जैश के लिए काम कर रहे आतंकियों को प्रशिक्षण देने का भी काम कर रहा है।
बता दें कि राउफ कंधार विमान अपहरण में भी शामिल था। इस अपहरण कांड के बाद ही मसूद अजहर की रिहाई संभव हो पाई थी। उल्लेखनीय है कि पुलवामा को जैश का अड्डा माना जाता है।


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