पुलवामा हमले का मास्टर माइंड अब्दुल राशिद तो नहीं!
नई दिल्ली, 15 फरवरी (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले को लेकर अब कहा जा रहा है कि इसका मास्टर माइंड अब्दुल राशिद है। खुफिया एजेंसी के सूत्र अब ये भी बता रहे हैं कि हमले की साजिश पिछले दिसंबर में की गई थी। राशिद के बारे में बताया गया है कि वह आईईडी का जानकार है| उसने इसका प्रशिक्षण अफगानिस्तान में लिया था। इस वक्त जैश-ए-मोहम्मद के करीब 40 जिहादी दक्षिणी कश्मीर में मौजूद हैं।
खुफिया सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक यह साजिश संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की बरसी 9 फरवरी को आतंकी संगठनों की ओर से प्रायोजित हिंसक योजनाओं की कड़ी है। अफजल की बरसी पर आतंकी बड़े हमले की साजिश कर रहे थे लेकिन सफल नहीं होने के कारण उन्होंने घाटी में इस आपराधिक घटना को अंजाम दिया।
उधर, कुछ दिनों पूर्व मीडिया में यह भी खबर आ रही थी कि खुफिया एजेंसियों को ऐसे इनपुट मिले हैं कि जैश कमांडर ताल्हा और उस्मान की हत्या का बदला लेने के लिए गाजी को दिसंबर के मध्य में घाटी में भेजा गया। ये दोनों अजहर मसूद के भतीजे थे। उस्मान के मारे जाने के बाद जैश ने एक बयान जारी किया था और उसने बदला लेने की बात कही थी। खुफिया इनपुट के मुताबिक गाजी नौ दिसंबर को घाटी में आया और सार्वजनिक परिवहन एवं ज्यादातर पैदल चलते हुए दिसंबर के अंत में पुलवामा पहुंचा। सुरक्षा एजेंसियां पुलवामा हमले में जैश के अफजल गुरु गिरोह की भूमिका की भी जांच कर रही हैं।
हालांकि पुलवामा हमले के कुछ मिनट बाद ही मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स पर एक युवक की तस्वीर और दो वीडियो सर्कुलेट होने लगे। इन दोनों वीडियो में युवक ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इनमें से एक वीडियो कश्मीरी और दूसरा उर्दू में था। इस वीडियो में आदिल के ‘शहादत’ का संदेश था। अनुमान के मुताबिक ये दोनों वीडियो हमले से पहले जैश-ए-मोहम्मद ने रिकॉर्ड किए थे।