पीएम मोदी के ‘मन की बात’ वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे उत्साह से सुनी

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-प्रधानमंत्री ने महामना मदन मोहन मालवीय को याद किया
-आईआईटी बीएचयू के पूर्व छात्र जय चौधरी को सराहा
-जय ने 7.5 करोड़ रुपये दान किया है
-बोले कार्यकर्ता-प्रधानमंत्री की हर बातें गांठ बांधने वाली और प्रेरक
वाराणसी,30 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ रविवार को भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ नागरिकों ने भी पूरे उत्साह के साथ जगह—जगह सुनी। आकाशवाणी से प्रसारित ‘मन की बात ‘ कार्यक्रम के 85वें संस्करण को सुनने के लिए कार्यकर्ता निर्धारित समय से पहले ही अड़ियों पर जुट गये थे। नई सड़क स्थित गीता मंदिर पर भाजपा काशी क्षेत्र पिछड़ा वर्ग मोर्चा और सामाजिक संस्था वन्देमातरम् के तले जुटे कार्यकर्ताओं ने चाय की चुस्कियों के बीच प्रधानमंत्री की बातें सुनीं।
‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने असम के गायक भूपेन्द्र हजारिका,वहां के जंगलों में गैंडों की चर्चा की तो कार्यकर्ता उत्साह से उनकी बात सुनते रहे। प्रधानमंत्री ने जब बीएचयू आईआईटी के पूर्व छात्र क्लाउड बेस्ड इन्फार्मेशन सिक्योरिटी फर्म जीस्केलर के संस्थापक और सीईओ जय चौधरी की बात की और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय को याद किया तो कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ ताली बजाई।
प्रधानमंत्री ने सीईओ जय चौधरी की सराहना की। जय चौधरी ने आइआइटी (बीएचयू) फाउंडेशन को एक मिलियन यूएस डालर (लगभग 7.5 करोड़ रुपये) का दान दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि महामना ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की। वहीं, बापू ने गुजरात विद्यापीठ की स्थापना की। शिक्षा के क्षेत्र में किए कार्यों की चर्चा करते हुए गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैंगोर, अलीगढ़ के राजा महेन्द्र सिंह को भी प्रधानमंत्री ने याद किया। प्रधानमंत्री की बात सुनने के बाद भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अनूप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री की हर बातें गांठ बांधने वाली और प्रेरक होती है। उनके विशाल चिंतन में पूरा देश तो रहता ही है काशी उनके दिल में रहती है। हर अवसर पर प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र का जिक्र कर नगरी का मान बढ़ाते हैं और बाबा विश्वनाथ के प्रति अगाध श्रद्धा भी दिखाते हैं।
नई सड़क पर अनूप जायसवाल,समाज सेवी छेदीलाल वर्मा ,सोमनाथ विश्वकर्मा,ओमप्रकाश यादव बाबू, मंगलेश जायसवाल,मनीष चौरसिया,धीरेन्द्र शर्मा,जयकिशन जायसवाल,सिद्धनाथ आदि ने प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ सुनी।


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