नेपाल ने की हमास के कब्जे से नेपाली छात्रों की रिहाई के लिए अपील
काठमांडू : हमास द्वारा इजराइल पर आक्रमण के दौरान
बंधक बनाए गए नेपाली छात्रों की रिहाई का मामला
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उठाया गया है।
नेपाल की तरफ से विदेश मंत्री डा. आरजू राणा ने
नेपाली छात्रों की जल्द से जल्द रिहाई में मदद मुहैया कराने के लिए
विश्व समुदाय से अपील की।
न्यूयॉर्क में जारी संयुक्त राष्ट्र महासभा के अवसर पर आयोजित
असंलग्न राष्ट्र के विदेश मंत्रियों की बैठक में हमास के कब्जे में
लिये गए नेपाली छात्रों की रिहाई के लिए अपील की गई।
नेपाल की ओर से प्रतिनिधित्व कर रही विदेश मंत्री डा. आरजू राणा ने हमास द्वारा
इजराइल पर आक्रमण के दौरान 10 नेपाली नागरिकों की हत्या किए जाने
और करीब दर्जन भर नेपाली नागरिकों को बंधक
बना लिये जाने की घटना का
जिक्र करते हुए कहा कि आज करीब एक वर्ष बाद भी
हमास के नियंत्रण से नेपाली छात्रों की रिहाई नहीं हो पाई है।
विदेश मंत्री राणा ने कहा कि हमास के कब्जे में रहे
नेपाली छात्रों की रिहाई के लिए सभी देशों से आग्रह है कि
जैसे भी हो उनकी रिहाई के लिए पहल करें।
उन्होंने कहा कि मानवता के नाते भी विश्व समुदाय
खास कर संयुक्त राष्ट्र को इस पर विशेष पहल करनी चाहिए।
नेपाल की विदेश मंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का मंच
अधिकतर बड़े और शक्तिशाली देशों की बात सुनता है
लेकिन असंलग्न राष्ट्र के समूह का गठन ही इसलिए किया गया था
ताकि छोटे और अविकसित तथा सामरिक रूप से काम महत्व वाले
देशों की समस्याओं और चिंताओं को विश्व मंच पर स्थान मिले।
डा राणा ने कहा कि असंलग्न राष्ट्र समूह से मेरा आग्रह है कि
वो संयुक्त राष्ट्र के महासभा के मंच पर नेपाल की इस
समस्या को स्थान दें और नेपाली छात्रों की रिहाई में हमारी मदद करें।
विदेश मंत्री राणा ने कहा कि गत अक्टूबर में हमास द्वारा
इजराइल पर किए हमले में 10 होनहार नेपाली छात्रों की
निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी गई थी।
उन्होंने कहा कि देश आज भी उस सदमे से बाहर नहीं आ पाया है।
यदि हमास के नियंत्रण में रहे नेपाली छात्रों की रिहाई हो जाती है तो उस दर्द को थोड़ा कम किया जा सकता है।