नीतीश को पीएम बनाने संबंधी प्रस्ताव लालू को देने के आरोप का पीके ने किया खंडन
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर दिया राबड़ी के आरोपों का जवाब
पटना, 13 अप्रैल (हि.स.)। जनता दल (यू) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चर्चित चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री और तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने संबंधी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि लालू यादव से हुई बातों का खुलासा करने पर लालू हो जाएंगे शर्मिंदा।
सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए प्रशांत किशोर ने शनिवार को राबड़ी देवी के आरोपों का जवाब दिया और उनके आरोपों को खारिज किया। अपने ट्वीट में प्रशांत किशोर ने राबड़ी देवी के आरोपों को चुनौती देते हुए लिखा कि, “लालू यादव जब चाहें उनके साथ बैठ जाएं, सबको पता चल जाएगा कि उनके और लालू यादव के बीच क्या बात हुई?” उन्होंने लिखा कि किसने किसको क्या ऑफर दिया था, यह साफ़ हो जाएगा। अपने ट्वीट में प्रशांत किशोर ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि, “जनता के पैसे का दुरुपयोग करने और बेनामी संपत्ति बनाने वाले लोग आज सच्चाई के संरक्षक होने का दावा कर रहे हैं”। अपनी बायोग्राफी ‘गोपालगंज टू रायसीना: माई पॉलिटिकल जर्नी’ में नीतीश कुमार के अपने भरोसेमंद प्रशांत किशोर को उनके पास दूत बनाकर भेजे जाने के लालू यादव के दावे पर भी प्रशात किशोर ने अपने ट्वीट में जवाब दिया। किशोर ने ट्वीट में यह स्वीकर किया कि जद (यू) में शामिल होने से पहले वह कई बार लालू यादव से मिले थे लेकिन क्या बातचीत हुई, यदि इसका वह खुलासा कर दें तो लालू यादव शर्मिन्दा हो जाएंगे ।
इस बीच प्रशांत किशोर के ट्वीट पर प्रतिक्रया देते हुए राबड़ी देवी ने प्रशांत किशोर पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार को एक साथ लाने की कोशिश नहीं करने और लालू यादव से किसी तरह की ऐसी बात नहीं होने सम्बन्धी प्रशांत किशोर का ट्वीट पूरी तरह गलत है। राबड़ी देवी ने प्रशांत किशोर को लालू यादव से आमने-सामने बैठकर बहस करने की भी चुनौती दी।
राबड़ी देवी ने कहा कि राजग में नीतीश कुमार को कोई महत्व नहीं दे रहा है और वह भाजपा के दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी दबाव के कारण नीतीश कुमार अपने प्रस्ताव के साथ प्रशांत किशोर को लालू यादव से मिलने के लिए भेज रहे थे। शुक्रवार कोे राबड़ी देवी ने कहा था कि नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के जरिये महागठबंधन में वापसी का संदेश भिजवाया था। राबड़ी देवी ने दावा किया कि नीतीश कुमार ने खुद को प्रधानमंत्री बनाने और वर्ष 2020 में तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव लालू प्रसाद के पास भिजवाया था। राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनना चाहते थे और इसके लिए लालू यादव से वह बड़ी डील करना चाहते थे। एक सवाल का जवाब देते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि उन्होंने प्रशांत किशोर के इस प्रस्ताव का विरोध किया था।तेजस्वी यादव पर कम उम्र में ही अथाह सम्पति होने के विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि यह सरासर गलत है। आय से अधिक संपत्ति मामले में उन्होंने कहा कि इस मामले में लालू यादव को कोर्ट ने भी बरी कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार को बिना वजह परेशान किया जा रहा है।
तेजस्वी के सन्दर्भ में राबड़ी देवी ने कहा कि तेजस्वी यादव अपनी ज़िम्मेदारी सझते हैं।उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पर पार्टी और बिहार की ज़िम्मेदारी है, जिसे वह अच्छी तरह निभा रहे हैं।
इस बीच तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर के ट्वीट पर नीतीश कुमार को सामने आ कर स्पष्टीकरण देने को कहा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को सच्चाई को साफ़ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कि नीतीश कुमार के प्रस्ताव को लेकर प्रशांत किशोर ने उनसे, लालू यादव और कांग्रेस से भी मुलाक़ात की थी। उन्होंने कहा कि राजग के साथ छह माह में ही नीतीश कुमार का मोह भंग हो गया था।