निर्णायक प्रधानमंत्री ही जन आकांक्षाओं को कर सकता है पूरा: अरुण जेटली
नई दिल्ली, (हि.स.)। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को आर्थिक आंकड़ों के माध्यम से देश की विकास की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि आने वाले समय में एक निर्णायक प्रधानमंत्री और स्थिर सरकार ही देश की विकास दर और जन आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम है।
फेसबुक पर ब्लॉग के माध्यम से जेटली ने कहा कि ग्रामीण भारत में पिछले पांच वर्षों में संसाधनों के हस्तांतरण के साथ एक बड़ा ग्रामीण वर्ग उभर रहा है, जिसकी आकांक्षाएं भी बढ़ी हैं। यह इस बात का संकेत है कि आने वाले दशकों में सामाजिक प्रोफाइल, क्रय शक्ति और भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता बेहतर होने वाली है।
वित्त मंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि भारत में एक निर्णायक नेतृत्व, स्थिर नीति और एक मजबूत व स्थिर सरकार हो। इस लक्ष्य को एक अयोग्य नेतृत्व और गठबंधन नहीं प्राप्त कर सकता, जिसके बने रहने की भी संभावना कम हो। उन्होंने कहा कि एक ही प्रतिद्वंद्वी से लड़ने के लिए एक साथ आए विपरित विचारधारा वाले गठबंधन देश को निर्णायक सरकार नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि देश को अपने आर्थिक लक्ष्य हासिल करने के लिए 2014 की तरह एक स्पष्ट जनादेश वाले प्रधानमंत्री की जरूरत है।
मोदी सरकार में देश की आर्थिक उपलब्धियां गिनाते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद भारत दुनिया में जीडीपी के मामले में दसवें स्थान पर था। वर्तमान में पांचवीं, छठी और सातवीं अर्थव्यवस्थाएं यानि यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और भारत के बीच का अंतर बेहद कम रह गया है। भारत के अगले साल 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। यह निर्णायक रूप से सुनिश्चित करेगा कि अगले वित्तीय वर्ष के अंत में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाए।
जेटली ने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से उभरती बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमें 7 से 7.5 प्रतिशत की विकास दर से संतुष्ट नहीं होना है, हमें 8 प्रतिशत से आगे जाना है। पांच साल में देश आसानी से व्यापार करने की रैंकिंग में 142वें स्थान से 77वें स्थान पर आ गया है। अब हमें पहले 50 में शामिल होना है।