नक्सली भी करने लगे हैं टेक्निकल पेन गन का इस्तेमाल
दंतेवाड़ा । घातक हथियार का इजाद नक्सलियों की टेक्निकल यूनिट ने खुद किया है। शहरी इलाकों में नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम के इस्तेमाल के लिए मंगाया गया 10 इंच लंबी पेन गन काफी घातक साबित हो सकता है। प्रथम दृष्टया यह हथियार की तरह नहीं लगता। पूरे बस्तर संभाग में यह पहला मौका है, जब पेन गन की बरामदगी हुई है।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. बी सूरीबाबू के मुताबिक पतली बांसुरी के आकार की करीब 10 इंच लंबी पेननुमा इस गन से 09 एमएम पिस्टल की बुलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी प्रभावी मारक क्षमता 09 से 10 मीटर है।
दंतेवाड़ा एसपी कमलोचन कश्यप के मुताबिक कोलकाता पश्चिम बंगाल में वर्ष 2012-13 में नक्सलियों के पास से हजारों की तादाद में पेन बम का जखीरा बरामद हुआ था लेकिन बस्तर में इसका पाया जाना काफी चौंकाने वाला है। गत दिनों मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली जैनी को इस गन को चलाते देखा था। उसने पेन गन से 02 राउंड फायर भी किया था, जिसके खोखे मुठभेड़ के बाद बरामद किए गए।
घटना स्थल से पेन गन के अलावा 02 स्वचालित इंसास रायफल, 02 नग 303 रायफल, 02 नग .315 बोर बंदूक समेत भारी मात्रा में विस्फोटक, 02 दर्जन पिट्ठू और दैनिक उपयोग के सामान भी बरामद हुए थे।