दो गुटों में झड़प मामले में पांच सौ अज्ञात के खिलाफ एफ आई आर दर्ज, इलाका पुलिस छावनी में तब्दील
रांची, 02 जनवरी( हि. स.)।
कांके में दो गुटों में झड़प के दूसरे दिन बुधवार को सुरक्षा को लेकर मुरुम गांव पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील रहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिक संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। जवानों द्वारा फ्लैग मार्च निकाले जाने के बाद शाम में कांके थाना में शांति समिति की बैठक में ग्रामीण एसपी ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की।
मारपीट, तोड़फोड़ व आगजनी को लेकर पुलिस दर्जनभर से ज्यादा संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मुरूम गांव की झालो उरांव पति बम्बई उरांव के बयान पर तीन गांव होचर, मुरूम व कनादु के 59 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। इसमें जिला परिषद सदस्य मोजीबुल अंसारी भी शामिल हैं। इसके अलावा पांच सौ अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज किया गया है।
कांके थाना में ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई। जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता और सभी समुदाय के सैकड़ों लोगों मौजूद थे। शांति समिति की बैठक मे निर्णय लिया गया कि सभी समुदाय के लोग मिलकर गांव मे शांति मार्च निकालें। साथ ही जिन लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ है उन्हें मुआवजा भी दिलाया जाए। बैठक में उपस्थित कुछ लोगों ने हिरासत मे लिए गए निर्दोष लोगों को छोड़ने और घटना के दोषियों को चिन्हित कर पुलिस के हवाले करने की भी बात कही। कांके जिला परिषद सदस्य अनिल टाइगर ने शांति समिति के बैठक के दौरान कहा कि लोग अफवाहों पर ध्यान ना दें, शांति बहाल कराने में एक दूसरे की मदद करें। घटना के जिम्मेवार लोगो पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि क्षेत्र में फिर ऐसी घटना की पुनर्रावृति ना हो। वही काके प्रखंड के समाजसेवी हरिनाथ साहू ने कहा कि उपद्रव के दौरान निर्दोष लोगों के घर, वाहन और दुकानों को जलाया गया है, जिसके कारण इन्हें लाखों का नुकसान उठाना पड़ा है। भुक्तभोगियों को तत्काल मुआवजा दिया जाए।
ग्रामीण एसपी ने लोगों से कहा कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे इसको लेकर गांव स्तर पर शांति समिति का गठन करें। 10 लोगों की टीम बनाकर गांव की निगरानी करें। पुलिस पूरी मदद करेगा। साथ ही, असमाजिक तत्वों की पहचान कर इसकी सूचना पुलिस को देने की भी अपील की। वही ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, सीओ सहित कई पदाधिकारी स्वयं मुरूम गांव पहुँचकर लोगों के साथ बैठक की। बैठक में दोनों पक्षों की बातों को गंभीरता से सुना गया। प्रशासन की ओर से गांव वालों से शांति की अपील की गयी। अधिकारियों ने गांव वालों को भरोसा दिया कि पुलिस कार्रवाई में किसी हालात में निर्दोष नहीं फंसेंगे। आरोपी बनाने से पहले पूरी जांच पड़ताल की जायेगी। इसके बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। बैठक में मुख्य रूप से एएसपी अमित रेनू, अंचालिधारी ज्ञान शंकर जयसवाल, सीओ प्रभात भूषण सिंह, पूर्व विधायक रामचंद्र नायक सहित कई राजनीतिक दलों के नेता शामिल थे।
गौरतलब है कि कांके थाना क्षेत्र के मुरूम बाजार में मंगलवार को बाइक लगाने को लेकर दो युवको में हुआ विवाद देखते-देखते साम्प्रदायिक रंग में तब्दील हो गया था। पिकनिक मनाने आये पास के गांव का एक युवक के साथ बाइक लगाने को लेकर दूसरे पक्ष के युवक की बहस हो गयी थी। जिसके बाद दोनों में हाथापायी हो गयी थी। इसी को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि दो गुटो से दर्जनों ग्रामीण आमने-सामने आ गये थे। झड़प में घरों पर जमकर पत्थर बरसाये गये थे। इसमें दोनों पक्षों से करीब दर्जन भर लोग घायल हो गये। बेकाबू भीड़ ने एक घर में आग लगा दी। बाजार में एक गुमटी, दो वाहन, पुलिस वाहन, पुआग के टालों को भी फूंक दिया था। वही कई वाहनों में तोड़फोड़ की गयी थी। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण एसपी बड़ी संख्या में पुलिस बल घटना स्थल पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद लोगो को शांत कराया गया था।