दलाई लामा ने केजरीवाल संग लॉच किया सरकारी स्कूलों में ‘हैप्पीनेस कोर्स’
नई दिल्ली, 02 जुलाई (हि.स.)। तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने आज (सोमवार को) दिल्ली सरकार के स्कूलों के अकादमी सत्र में ‘हैप्पीनेस कोर्स’ की शुरुआत की है। इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित मंत्रिमंडल के मंत्री और सरकारी स्कूल के शिक्षक व छात्र मौजूद रहे। राजधानी दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने कहा, ‘विश्व में शिक्षा प्रणाली व्यावहारिक और वैज्ञानिक ज्ञान पर आधारित ही होनी चाहिए। इसे धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। क्योंकि धर्म से जुड़ने के बाद शिक्षा व्यावहारिक नहीं रह जाती। विश्व में आज हमें जिस चीज की जरूरत है, वह है मूल्यों की शिक्षा। भारत आधुनिक शिक्षा व प्राचीन ज्ञान को साथ लाने वाला अकेला देश है।’
लामा ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली के स्कूलों में ‘हैप्पीनेस कोर्स’ शुरू किया जा रहा है, उसका प्रभाव समूचे विश्व पर पड़ सकता है। चिंतन, मानसिक अभ्यास पर ध्यान देने के साथ पाठ्यक्रम छात्रों का विकास और अच्छे इंसान बनाने में मददगार साबित होगी। आज दुनिया को विनाशकारी भावनाओं से निपटने के लिए इसकी आवश्यकता है।
वहीं इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा, ‘पाठ्यक्रम में हैप्पीनेस की शुरुआत 100 साल पहले हो जानी चाहिए थी।‘ उन्होंने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा, ‘गांधी जी कहते थे शिक्षा का मतलब है कि अच्छा इंसान या नागरिक बनाना जो अपने परिवार का पेट पाल सके। लेकिन हमारी शिक्षा व्यवस्था कमजोर पड़ जाती है। आज बच्चे केवल किताबें रटाने में लगे हुए हैं और इतने सारे लोग डिग्री लेकर बेरोजगार घूम रहे हैं। ये अज्ञानता नतीजा है।’
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य सरकार को एक साल तक युद्ध स्तर पर शिक्षा को बेहतर करने के लिए ध्यान देना चाहिए। वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस साल से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी से 8वीं तक, 10 लाख बच्चों को हैप्पीनेस पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। जिसके तहत 45 मिनट की दैनिक ये खुशी कक्षा होगी।