तृणमूल विधायक हत्याकांड का मुख्य आरोपित गिरफ्तार
कोलकाता, 18 फरवरी (हि.स.)। नदिया जिले के कृष्णगंज से तृणमूल के विधायक सत्यजीत विश्वास की गोली मारकर हत्या करने के मामले में राज्य सीआईडी ने मुख्य आरोपित अभिजीत पुंढारी को गिरफ्तार कर लिया। सीआईडी इस मामले की जांच कर रही है। उसने आरोपित से एक बंदूक भी बरामद की है।
आरोपित अभिजीत पुंढारी को सोमवार सुबह पश्चिम मेदिनीपुर जिले के डेबरा राधामोहनपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया है। उस वक्त वह कहीं छिपने के चक्कर में था। सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अभिजीत ने ही विधायक को पीछे से गोली मारी थी। इस मामले में अभी उससे पूछताछ चल रही है।
उल्लेखनीय है कि सरस्वती पूजा के कार्यक्रम के दौरान विधायक को हमलावरों ने पीछे से गोली मार दी थी। उन्हें प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई थी। घटना के बाद रात के समय ही पुलिस ने सुजीत मंडल और कार्तिक मंडल नाम के दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। घटनास्थल से एक देशी कट्टा भी बरामद किया गया था, जिसे हमलावर फेंककर फरार हो गए थे। बाद में इन दोनों से गहन पूछताछ की गई थी, जिसके बाद कालिदास मंडल और निर्मल घोष नाम के दो अन्य आरोपितों को बीते 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। चारों से लगातार पूछताछ की जा रही थी, जिसके बाद मुख्य आरोपित अभिजीत पुंढारी के बारे में पता चला था।
घटना की जांच संभालने के बाद सीआईडी की टीम लगातार अभिजीत की तलाश में जुटी थी। इस बीच सोमवार सुबह पश्चिम मेदिनीपुर जिले के डेबरा में उसकी मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिली, जिसके बाद स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी कर उसे धरदबोचा है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि करीब छह महीने पहले से ही विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या की योजना बनाई जा रही थी। वारदात वाले दिन अभिजीत पूरी प्लानिंग के साथ सरस्वती पूजा पंडाल में पहुंच गया था।
सूत्रों के मुताबिक, नौकरी करने के बहाने तीन महीने से अभिजीत कोलकाता में रह रहा था। बाद में नदिया जिले में लौट गया। वह कृष्णागंज क्षेत्र का ही रहने वाला है और लगातार विधायक सत्यजीत विश्वास को मॉनिटर कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। मामले में पुलिस ने भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें मुकुल रॉय को कलकत्ता उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत मिल चुकी है।
आरोपित अभिजीत पुंढारी को सोमवार सुबह पश्चिम मेदिनीपुर जिले के डेबरा राधामोहनपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया है। उस वक्त वह कहीं छिपने के चक्कर में था। सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अभिजीत ने ही विधायक को पीछे से गोली मारी थी। इस मामले में अभी उससे पूछताछ चल रही है।
उल्लेखनीय है कि सरस्वती पूजा के कार्यक्रम के दौरान विधायक को हमलावरों ने पीछे से गोली मार दी थी। उन्हें प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई थी। घटना के बाद रात के समय ही पुलिस ने सुजीत मंडल और कार्तिक मंडल नाम के दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। घटनास्थल से एक देशी कट्टा भी बरामद किया गया था, जिसे हमलावर फेंककर फरार हो गए थे। बाद में इन दोनों से गहन पूछताछ की गई थी, जिसके बाद कालिदास मंडल और निर्मल घोष नाम के दो अन्य आरोपितों को बीते 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। चारों से लगातार पूछताछ की जा रही थी, जिसके बाद मुख्य आरोपित अभिजीत पुंढारी के बारे में पता चला था।
घटना की जांच संभालने के बाद सीआईडी की टीम लगातार अभिजीत की तलाश में जुटी थी। इस बीच सोमवार सुबह पश्चिम मेदिनीपुर जिले के डेबरा में उसकी मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिली, जिसके बाद स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी कर उसे धरदबोचा है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि करीब छह महीने पहले से ही विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या की योजना बनाई जा रही थी। वारदात वाले दिन अभिजीत पूरी प्लानिंग के साथ सरस्वती पूजा पंडाल में पहुंच गया था।
सूत्रों के मुताबिक, नौकरी करने के बहाने तीन महीने से अभिजीत कोलकाता में रह रहा था। बाद में नदिया जिले में लौट गया। वह कृष्णागंज क्षेत्र का ही रहने वाला है और लगातार विधायक सत्यजीत विश्वास को मॉनिटर कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। मामले में पुलिस ने भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें मुकुल रॉय को कलकत्ता उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत मिल चुकी है।