तीन तलाक संबंधी विधेयक में बाधा डाल गलती दोहरा रही कांग्रेसः नकवी
नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)।अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी तीन तलाक संबंधी विधेयक के पारित होने में बाधा डालकर वही गलती दोहरा रही है जो 1985 में शाहबानो मामले में की थी।
नकवी ने यहां विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों को संरक्षण देने संबंधी विधेयक के संसद में पारित न हो पाने के मसले पर कहा कि तीन तलाक एक कुरीति और कुप्रथा है और इसे धार्मिक एवं राजनीतिक नजरिये से देखना ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि विधेयक में मुस्लिम महिलाओं को सामाजिक न्याय दिलाने और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत बनाने की पहल की गई है किंतु कांग्रेस व उसके कुछ सहयोगी दल इस महत्वपूर्ण विधेयक को लेकर नकारात्मक रवैया अपना रहे हैं और विधेयक को पारित होने से रोकना चाहते हैं।
नकवी ने कहा कि कांग्रेस का आचरण कट्टरपंथी निहित तत्वों के सामने घुटने टेकने वाला रहा है।
तीन तलाक संबंधी विधेयक को लेकर विपक्ष की आशंकाओं पर अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि दुरुपयोग किसी भी कानून का हो सकता है। किंतु इस कारण सरकार कोई कानून न बनाएं, किसी के साथ न्याय की बात न करें, ऐसा नहीं हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सरकार ने तीन तलाक संबंधी विधेयक के कुछ प्रावधानों में बदलाव कर नरमी लाने की कोशिश की थी। हालांकि इस संशोधन के तहत तीन तलाक अब भी गैर जमानती ही रहेगा। इस विधेयक में तीन प्रमुख बदलाव किए हैं, जिसमें मजिस्ट्रेट द्वारा आरोपित पति को जमानत दिए जाने और दोनों पक्षों (पति-पत्नी) के राजी होने पर समझौते का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही पहले पीड़ित की ओर से पड़ोसी भी मामला दर्ज करा सकता था किंतु अब पीड़ित महिला, खून का रिश्तेदार या विवाह के बाद बने रिश्तेदार ही प्राथमिकी दर्ज करा सकते हैं।