ताजमहल का दक्षिणी गेट बंद किए जाने का विरोध, पुरातत्व सर्वेक्षण को पत्र
नई दिल्ली, 17 मार्च (हि.स.)। आगरा स्थित विश्व प्रसिद्ध ताजमहल परिसर में बनी शाही मस्जिद में जुमा की नमाज अदा करने के लिए जाने वालों को दक्षिणी गेट पर रोके जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ज्ञात रहे कि पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान ने ताजमहल की सुरक्षा के मद्देनजर दक्षिणी गेट को पर्यटकों के लिए बन्द कर दिया है। इस कारण जुमे के दिन भी यह गेट नहीं खोला जा रहा है, जिसका मुसलमान विरोध कर रहे हैं । ताजमहल मस्जिद इंतेजामिया कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद इब्राहिम हुसैन जैदी ने अधीक्षक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान, आगरा सर्किल को पत्र लिखकर जुमे की नमाज के लिए दक्षिणी गेट नहीं खोले जाने पर नराजगी जताई है। उनका कहना है कि भारत सरकार ने ताजमहल के शाही मस्जिद में नमाज-ए-जुमा अदा करने के लिए एक गजट सर्कुलर के माध्यम से अनुमति प्रदान कर रखी है। उन्होंने बताया कि दक्षिणी गेट बंद करने के फैसले से भारत सरकार के इस आदेश का उल्लंघन हो रहा है। हुसैन जैदी ने कहा कि जुमा के दिन ताजमहल आम पर्यटकों के लिए बंद रहता है। सिर्फ नमाज अदा करने के लिए दोपहर 12 बजे से 1:40 बजे तक खोला जाता है, इसलिए दक्षिणी गेट नमाजियों के लिए खोलना कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि हम भी हमेशा ताजमहल की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं और हमेशा सरकार को इसके लिए अपनी सेवाएं प्रदान करते रहते हैं, लेकिन ताजमहल की सुरक्षा के नाम पर मुसलमानों को नमाज पढ़ने में बाधा डालना ठीक नहीं है। अध्यक्ष हुसैन जैदी ने कहा कि हम इस तरह के किसी भी फैसले को कभी स्वीकार नहीं कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले 12 से 14 अप्रैल को शहंशाह शाहजहां का उर्स मनाया जाना है जो दक्षिणी गेट पर ही आयोजित किया जाता है। गेट बंद रहने की वजह से उर्स समारोह में दिक्कत पेश आएगी और आने वाले लोगों को परेशानी होगी। इसके बाद रमजान माह में रात में पढ़ी जाने वाली नमाज में भी दक्षिणी गेट से बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़ने के लिए आएंगे और गेट बंद होने की स्थिति में हंगामा हो सकता है। इसलिए संस्थान दक्षिणी गेट को इन सब स्थितियों को देखते हुए उसे खोलने का आदेश जारी करना चाहिए, ताकि ताजमहल के आसपास रहने वाले मुसलमानों को नमाज पढ़ने के लिए कोई परेशानी नहीं हो ।