तंजीम जदीद फाउंडेशन ट्रस्ट का नया निकाहनामा तैयार, चोरी-छुपे शादियों पर लगेगा अंकुश

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नए निकाहनामे में उल्लेखित होगा आधार कार्ड और पहचान पत्र का नंबर: रियाजउद्दीन सैफी

फिलहाल दिल्ली और एनसीआर की सभी मस्जिदों की कमेटियों को किया जा रहा सुपुर्द

उलेमाओं से भी लिए गए विचार, तीन तलाक जैसी कुरीति को समाप्त करने में मिलेगी मदद

नई दिल्ली, 04 अप्रैल (हि.स)। मुसलमानों में होने वाले प्रत्येक निकाह का हिसाब किताब रखने, बहु विवाह पर नजर रखने और तीन तलाक जैसी कुरीति को समाप्त करने के लिए तंजीम जदीद फाउंडेशन ट्रस्ट ने एक नया निकाहनामा तैयार किया है। इस निकाहनामा की प्रति को फिलहाल दिल्ली और एनसीआर की सभी मस्जिदों की कमेटियों के सुपुर्द किया जा रहा है। इस निकाहनामा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आधार कार्ड और पहचान पत्र का नंबर उल्लेखित किया जा रहा है, ताकि किसी भी व्यक्ति की पहचान आसानी से की जा सके। पहले से प्रचलित निकाहनामे में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है जिसकी वजह से कुछ लोग अपनी पहचान छुपाकर दूसरी शादी करते रहे हैं। इसकी वजह से मुस्लिम समाज को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

जदीद फाउंडेशन ट्रस्ट के जरिए तैयार किए गए नए निकाहनामा में दूल्हा-दुल्हन के पुराने रिश्तों के बारे में जानकारी भी एकत्र रहेगी । जैसे दूल्हा-दुल्हन की पुरानी शादी कब, कहां और किससे हुई थी | उनके बच्चों की तादाद क्या रही है। इसके अलावा निकाहनामे में दूल्हा-दुल्हन की पहचान उजागर करने के लिए उनके आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र का नंबर भी लिखा जायेगा। यह सख्ती भी बरती जाएगी कि कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान को छुपाकर दूसरी शादी नहीं कर पाए।

इस सिलसिले में ट्रस्ट के चेयरमैन रियाजउद्दीन सैफी ने बताया कि नए जदीद निकाहनामा तैयार करने की सबसे महत्वपूर्ण वजह सच छिपाकर दूसरी शादी करने जैसी परंपरा को रोकना है। इस निकाहनामा को तैयार करने के लिए मुसलमानों के सभी मसलक के उलेमा का सहयोग लिया गया है। उन्होंने बताया कि इसकी वजह से बहुत सारी लड़कियों की जिंदगियां खराब हो जाती हैं, इसीलिए नए निकाहनामे में दूल्हा-दुल्हन दोनों की पहचान व पारिवारिक ब्योरे सबके सामने लाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि नए निकाहनामा के माध्यम से तीन तलाक जैसी कुरीतियों को भी समाप्त करने में बहुत हद तक मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने भी तीन तलाक जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए एक निकाहनामा तैयार किया था, लेकिन वह बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं हो पाया । इसीलिए तंजीम जदीद फाउंडेशन ट्रस्ट ने नया निकाहनामा तैयार किया है | हम कोशिश कर रहे हैं कि दिल्ली और एनसीआर की सभी मस्जिदों में इसको पहुंचाया जाए, ताकि इसपर अमल जल्द हो सके |

हिन्दुस्थान समाचार /ओवैस/शंकर


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