डीआईआई ने अब तक का सबसे कम निवेश किया
मुंबई, 04 जनवरी (हि.स.)। पिछले दो दिनों की गिरावट के कारण निवेशकों के बीच सुस्ती का माहौल देखा जा रहा है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) सेंसेक्स में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मुनाफा वसूली पर ही जोर दिया। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने सतर्क रुख अपनाते हुए खरीददारी के साथ ही बिकवाली किया। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने शेयर बाजार के इतिहास में अब तक का सबसे कम निवेश किया है। गुरुवार के कारोबार के दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 34.52 करोड़ रुपये का निवेश किया| उधर, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 972.81 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को कारोबार के दौरान सतर्क रुख अपनाते हुए 3,941.51 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे, जबकि 4,914.32 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचकर मुनाफा कमाया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 972.81 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाते हुए बाजार से अपना निवेश बाहर निकाल लिया, तो घरेलू संस्थागत निवेशकों ने केवल 34.52 करोड़ रुपये का मामूली निवेश किया। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,835.58 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि 2,801.06 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।
पिछले कारोबारी दिन शेयर बाजार के करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में कुल 20,774.91 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, जबकि बाजार के कैश सेगमेंट में कुल 2,210.74 करोड़ रुपये का टर्नओवर रहा है। इस दौरान 2,909 कंपनियों के 11,08,346 सौदे के जरिए कुल 14.63 करोड़ के शेयरों का कारोबार किया गया। मार्केट में पंजीकृत 921 स्क्रिप्स में बढ़त देखी गई| 1656 स्क्रिप्स में घाटा उठाना पड़ा। हालांकि 149 स्क्रिप्स में कोई बदलाव नहीं हुआ।
एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स में पिछले कारोबारी दिन 5 कंपनियों में ही बढ़त रही, जबकि 26 कंपनियों के शेयर्स के भाव में भारी कमी आई। एनएसई के निफ्टी में भी अधिकांश कंपनियों के शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। बी ग्रुप की 16 कंपनियों पर अपर सर्किट और 13 कंपनियों पर लोअर सर्किट लगी थी। बी ग्रुप की कुल 296 कंपनियों में से 135 कंपनियों पर अपर सर्किट एवं 161 कंपनियों पर लोअर सर्किट लगी थी। बाजार की गिरावट का असर यह रहा कि बीएसई में मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 142.14 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले कारोबारी दिन मार्केट कैप 143.41 लाख करोड़ रुपये रहा था, जबकि उससे एक दिन पहले 144.10 करोड़ रुपये रहा था।