सतना, 17 सितम्बर (हि.स.)। मध्यप्रदेश की सतना पुलिस ने दस्यु सरगना बबुली कोल और उसके राइटहैंड व रिश्ते में साला लवलेश कोल को एनकाउंटर में मार गिराने का दावा किया है। रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर के दावे को मानें तो रविवार की रात वीरपुर के जंगल में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने साढ़े 6 लाख के इनामी डकैत बबुली कोल और लवलेश कोल को मार गिराया था, लेकिन स्थानीय लोगों से इस घटनाक्रम की जो जानकारी सामने आ रही है वह पुलिस के दावे से इतर है। पुलिस की कहानी पर सवाल उठ रहे हैं। यूपी पुलिस ने भी इस पर सवाल उठा दिये हैं।
शनिवार दिन को 3 बजे गैंगवार
जानकारों ने रविवार शाम को छह बजे ही इसकी जानकारी मीडिया को दे दी थी। बताया गया था कि धारकुण्डी थाना क्षेत्र के तेलिया घाट डाड़ी पहाड़ में शनिवार को दोपहर 3 बजे गैंगवार हुई थी। गैंगवार में कुल 6 लोग मौजूद थे। उसमें दस्यु सरगना बबुली कोल और लवलेश के साथ गैंग का नया सदस्य लाली कोल भी था । बताया गया कि लाली पुत्र मालिक कोल निवासी हरसेड़ हाल ही में हुई घटनाओं से बबुली से नाराज था। इसी के चलते जंगल में उसने और उसके दो अन्य साथियों ने डकैत बबुली और लवलेश पर 6 राउण्ड फायर किए। फायरिंग के बाद लाली के दो साथी उत्तरप्रदेश की ओर भाग निकले और लाली भी अपने गांव की ओर भागा। बीच रास्ते में उसने इस घटना की जानकारी अपने मामा सौखीलाल को दी। सौखीलाल ने घटना की जानकारी रामपुर निवासी राघवेन्द्र पटेल को दी तो उसने सतना पुलिस से इसे साझा किया। घटना की जानकारी मिलते ही सतना पुलिस एक्टिव हुई और लाली को कस्टडी में लेकर मारे गए डकैतों के शव तलाशने जंगल में उतर गई। इसके बाद से सतना पुलिस के आला अधिकारियों सहित आईजी, डीआईजी सभी के मोबाइल संपर्क से बाहर हो गए।
बबुली गैंग की पुलिस रिकार्ड में पहचान आईएस 262 के रूप में थी। हार्डकोर व कैजुअल मेंबर को मिला दिया जाए तो करीब 13 डकैत इस गैंग में शामिल थे। इसमें लवलेश सहित 6 सदस्य बबुली के करीबी थे, जिनसे वह बड़े निर्णय में सलाह लेता था। तराई के सूत्र बताते हैं कि बबुली कोल के अंत के साथ अब पाठा की धरती डकैतविहीन हो गई। सतना पुलिस ने दावा किया है कि बबुल और उसके साथी एनकाउंटर में मारे गए, लेकिन इस कहानी पर कोई भी विश्वास नहीं कर रहा है। क्षेत्र के लोग दबी जुवान में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।