टाटा ने एयरपोर्ट बिजनेस में रखा कदम

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जीएमआर के एयरपोर्ट यूनिट में करेगा आठ हजार करोड़ रुपये का निवेश
नई दिल्‍ली, 27 मार्च (हि.स.)। देश के नंबर वन ब्रांड टाटा ग्रुप ने एयरपोर्ट बिजनेस में कदम रख दिया है। भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर एयरपोर्ट्स में टाटा ने 20 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी है। टाटा ग्रुप सिंगापुर की सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी और एसएसजी कैपिटल मैनेजमेंट जीएमआर एयरपोर्ट्स में हिस्सेदारी के बदले आठ हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
इस निवेश के जरिए जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड (जीएएल) को एक हजार करोड़ रुपये की पूंजी मिलेगी। सात हजार करोड़ रुपये का पेमेंट जीआईएल और उसकी सहयोगी कंपनियों से जीएएल के शेयरों की खरीद में जाएगा। इस डील के बाद टाटा की जीएमआर की एयरपोर्ट यूनिट में 20 फीसदी की हिस्सेदारी होगी। जीआईसी के पास 15 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
डील के वक्‍त जीएमआर एयरपोर्ट की वैल्यू 18 हजार करोड़
गौरतलब है कि स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया है कि एसएसजी के पास कंपनी की 10 फीसदी की हिस्सेदारी होगी। डील के दौरान जीएमआर एयरपोर्ट की वैल्यू 18 हजार करोड़ रुपये आंकी गई। गौरतलब है कि जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर पर दिसंबर, 2018 के अंत तक 2.9 अरब डॉलर का कर्ज था।

जीएमआर कर्ज चुकाने के लिए बेच रही प्रॉपर्टी
उल्‍लेखनीय है कि जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी कर्ज चुकाने के लिए अपनी संपत्तियों की बिक्री कर रही है। जीएमआर की मुख्य प्रतिस्पर्धी कंपनी जीवीके पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर है। यह मुबंई एयरपोर्ट को ऑपरेट करती है। जीएमआर हैदराबाद और सेबू में भी एयरपोर्ट ऑपरेट करती है। गोवा, क्रेट और ग्रीस में वह एयरपोर्ट का निर्माण कर रही है।


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