झारखंड : रघुवर के घर में सरयू और गौरव की चुनौती
जमशेदपुर, 05 दिसम्बर (हि.स.)। लौह नगरी जमशेदपुर में सर्दी की शुरुआत के बीच विधानसभा चुनाव की गर्माहट भी है। इसबार झारखंड विधानसभा चुनाव की सबसे हॉट सीट जमशेदपुर पूर्वी बन गया है, जहां से राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके मंत्रिमंडल में रह चुके मंत्री सरयू राय आमने-सामने हैं। इस सीट पर महागठबंधन की ओर से कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ कड़ी चुनौती दे रहे हैं।
टाटानगरी और लौहनगरी के रूप में जमशेदपुर की पहचान देश और दुनिया में है, पर इस विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर की चर्चा चुनावी लिहाज से भी खूब हो रही है। दरअसल इस सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले रघुवर दास राज्य के मुख्यमंत्री हैं और इसबार उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी सरयू राय बागी होकर उन्हें यहां से चुनौती दे रहे हैं। चुनाव चिह्न के रूप में गैस सिलिंडर मिलते ही पार्टी से बगावत कर जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय पूरी तरह रेस में जुट गए हैं। कांग्रेस की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
रघुवर दास यहां से लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं और यह उनका छठा चुनाव है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भी रघुवर दास ने इसी सीट से चुनाव लड़ा था और विजयी हुए थे। बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद हुए 3 विधानसभा चुनावों में रघुवर दास ने इसी सीट पर भाग्य आजमाया और उन्हें तीनों ही बार जीत मिली। पिछले चुनाव में कांग्रेस के आनंद बिहारी दुबे को रघुवर दास ने 70 हजार से ज्यादा वोटों से पराजित किया था, लेकिन इसबार अपनों से मिली चुनौती के बाद मुकाबला काफी रोचक नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री रघुवर दास को यहां अपने काम के बावजूद पसीना बहाना तो पड़ रहा है। रघुवर दास 1995 में पहली बार विधायक बने थे। रघुवर दास इलाके में लगातार पदयात्रा करते दिख रहे हैं और इस दौरान हमने बात की। रिफ्यूजी कॉलोनी में प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास कहते हैं पूर्वी जमशेदपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों का उत्साह आप देख रहे हैं किस तरह का जनसैलाब पदयात्रा के दौरान उमड़ा है, इसी से पता चलता है कि जनता का कितना समर्थन मुझे हासिल है। जीत के प्रति विश्वास से लबरेज रघुवर दास को क्षेत्र भ्रमण के दौरान जनता का पूरा समर्थन मिलता दिख रहा है।
उधर, सरयू राय भी लगातार अपनी बात जनता तक पहुंचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। सरयू राय ने प्रचार के दौरान कहा कि यहां का चुनाव, इलाके की जनता लड़ रही है और जनता ने यह अधिकार उनसे ले लिया है इसलिए मैं पीछे-पीछे रहता हूं। उन्होंने कहा कि स्थानीय मुद्दे पर जनता की सोच संवेदनशील है। जनता ही चुनाव लड़ रही है मुद्दे भी जनता के ही हैं, जनता जितना चुनाव मुझे जिताने के लिए लड़ रही है उससे ज्यादा विरोधियों को हराने के लिए लड़ रही है।
दोनों की अपनी-अपनी दलीलें हैं और गौरव वल्लभ भी इन दोनों को यहां चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं। करीब तीन लाख 4 हजार 500 मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में एक लाख 58 हजार 200 पुरुष जबकि 1 लाख छियालीस हजार तीन सौ महिला मतदाता हैं, जो लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर जनप्रतिनिधि का चुनाव करेंगे। 7 दिसंबर को मतदान है और जनता पर नेताओं के साथ-साथ आम और खास की भी नजर है क्योंकि रघुवर दास को घर में ही अपनी सरकार के पुराने सिपहसलार की चुनौती है।