जितेंद्र नारायण की रिहाई की मांग को लेकर शुरू हुई पदयात्रा दूधेश्वरनाथ पहुंची
गाजियाबाद, 07 मार्च (हि.स.)। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिज़वी) की रिहाई के लिए हरिद्वार के सर्वानन्द घाट से 27 फरवरी को शुरू हुई पदयात्रा सोमवार को दूधेश्वरनाथ मठ पहुंची। काफिले में शामिल पदयात्रियों ने महादेव की पूजा-अर्चना की। उन्होंने श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता एवं मंत्री श्रीमहंत स्वामी नारायण गिरी जी का आशीर्वाद लिया। सभी संत दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जितेन्द्र नारायण की रिहाई होने तक आमरण अनशन करेंगे।
इस अवसर पर स्वामी नारायण गिरी ने कहा कि हम सभी संत धर्म की इस लड़ाई में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के साथ हैं। जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को इस तरह जेल में रखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि हिन्दुओं के घटते हुए जनसंख्या अनुपात ने सम्पूर्ण विश्व को खतरे में डाल दिया है। वर्ष 2029 में भारत का प्रधानमंत्री कोई मुस्लिम हो तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
स्वामी अमृतानंद ने बताया कि केवल हिन्दू बाहुल्य होने कर कारण ही भारत धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश है। जिस दिन भारत हिन्दू बाहुल्य नहीं रहेगा, उस दिन न तो लोकतांत्रिक रहेगा और न ही धर्मनिरपेक्ष। उन्होंने कहा कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी मानवता की रक्षा करने वाले सबसे बड़े वैचारिक योद्धा हैं।