जनसंख्या वृद्धि दर मामले में भारत चीन से आगे
संयुक्त राष्ट्र, 11 अप्रैल (हि.स.)। जनसंख्या वृद्धि दर के मामले में भारत ने चीन को काफी पीछे छोड़ दिया है। साल 2010 से 2019 के बीच भारत की जनसंख्या वृद्धि दर 1.2 से बढ़कर 1.36 प्रतिशत हो गई जो चीन की तुलना में दुगुनी से भी अधिक है। यह खुलासा संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट से हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में भारत की जनसंख्या 1.36 अरब पहुंच गई है, जो 1994 में 94.22 करोड़ और 1969 में 54.15 करोड़ थी। इसी तरह विश्व की आबादी भी तेजी से बढ़ रही है जो साल 2019 में बढ़कर 771.5 करोड़ हो गई है। यह पिछले 763.3 करोड़ थी।
संयुक्त राष्ट्र की सेक्सुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ एजेंसी ने स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन 2019, रिपोर्ट में कहा कि 2010 और 2019 के बीच भारत की जनसंख्या औसतन 1.2 प्रतिशत बढ़ी है।
उधर चीन की आबादी साल 2019 में 1.42 अरब पहुंच गई है, जो 1994 में 1.23 अरब और 1969 में 80.36 करोड़ थी। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2010 और 2019 के बीच चीन की आबादी 0.5 प्रतिशत की औसत वार्षिक दर से बढ़ी है।
हालांकि भारत में 1969 में प्रति महिला औसत प्रजनन दर 5.6 थी, जो 1994 में घटकर 3.7 रह गई। इनके अलावा भारत ने जन्म के समय जीवन प्रत्याशा में सुधार दर्ज किया है। 1969 में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 47 वर्ष थी, जो 1994 में 60 वर्ष और 2019 में 69 वर्ष हो गई है। विदित हो कि विश्व की औसत जीवन प्रत्याशा दर 72 साल है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की 15 से 64 आयु वर्ग की आबादी हे 67 प्रतिशत है जबकि 65 साल से अधिक उम्र वालों की जनसंख्या सिर्फ छह प्रतिशत है।
इतना ही नहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) 1994 में प्रति 1,00,000 जन्मों में 488 मौतों से घटकर 2015 में प्रति 1,00,000 जन्मों में 174 मृत्यु तक आ गई।