चार सालों में पब्लिक हेल्थकेयर को दी नई दिशा: पीएम

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नई दिल्ली, 29 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि चार सालों में पब्लिक हेल्थकेयर को लेकर देश को एक नई दिशा दी गई है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में उनकी सरकार ने पिछले 70 वर्षों के मुकाबले अधिक संख्या में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना का प्रस्ताव और अनुमोदन किया है।

श्री मोदी ने आज एम्स में बुजुर्गों के लिए नेशनल एजिंग इंस्टीट्यूट की आधारशिला रखने के साथ ही सफदरजंग सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, सफदरजंग इमरजेंसी, एम्स और ट्रॉमा सेंटर के बीच बने टनल और ट्रॉमा सेंटर में बनी धर्मशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि केंद्र सरकार के एक के बाद एक नीति हस्तक्षेप से हम उस स्थिति की तरफ बढ़ रहे हैं जहां देश के गरीब और मध्यम वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं के लिए भटकना न पड़े, अनावश्यक खर्च न करना पड़े।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों के साथ मिलकर केंद्र सरकार देशभर में स्वाथ्य सेवा से जुड़ा आधुनिक स्वास्थ्य सेवा ढांचा खड़ा कर रही हैं। ये सरकार के निरंतर प्रयासों का परिणाम है कि आज देश में अस्पतालों में बच्चों को जन्म देने का प्रचलन बढ़ा है। उन्होंने कहा कि एम्स पर बढ़ते दबाव को देखते हुए दिल्ली में इसके सभी कैंपसों की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। आज 300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले नेशनल सेंटर फॉर एजिंग का शिलान्यास हुआ है। ये सेंटर 200 बेड का होगा।

उन्होंने कहा कि सफदरजंग अस्पताल में भी 1300 करोड़ खर्च करके अस्पताल को आधुनिक बनाने का काम हुआ है। यहां एक इमरजेंसी ब्लॉक और एक सुपर स्पेशिलियटी ब्लॉक की सेवाओं को देश को समर्पित किया गया है। बीते चार वर्षों में पब्लिक हेल्थकेयर को लेकर देश को एक नई दिशा दी गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि बड़े शहरों के आसपास जो स्वास्थ्य का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है, उसको सुदृढ़ करने के साथ-साथ ऐसी ही सुविधाएं टीयर 2 और टीयर 3 शहरों तक पहुंचाई जाएं। इसके लिए सरकार दो व्यापक स्तर पर काम कर रही है। एक तो जो हमारे मौजूदा अस्पताल हैं उनको और अधिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है और दूसरा, देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया के लिए एक ऐसी स्वास्थ्य व्यवस्था का निर्माण किया जा रहा है जहां उत्तम अस्पताल हों, ज्यादा बेड हों, बेहतर सुविधाएं हों, उत्कृष्ट डॉक्टर हों। हमारी सरकार 58 जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज के तौर पर अपग्रेड कर रही है। इस बजट में 24 नए मेडिकल कॉलेज बनाने का ऐलान किया है। इस सरकार का विजन सिर्फ अस्पताल, बीमारी और दवाई और आधुनिक सुविधाओं तक ही सीमित नहीं है।

श्री मोदी ने कहा कि कम खर्च पर देश के हर व्यक्ति को इलाज सुनिश्चित हो, लोगों को बीमार बनाने वाले कारणों को खत्म करने का प्रयास हो, इसी सोच के साथ नेशनल हेल्थ पॉलिसी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने स्वास्थ्य सेवा को, स्वास्थ्य मंत्रालय के दायरे से बाहर निकालने का काम किया है। हमारे स्वास्थ्य के विजन के साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय जुड़ा है। स्वच्छता और पेयजल मंत्रालय जुड़ा है। महिला और बाल विकास मंत्रालय जुड़ा है और आयुष मंत्रालय से भी सहयोग मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि देश के लगभग हर जिले में डायलिसिस सेंटर बनाए जा रहे हैं। यहां गरीबों को नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है। अब तक लगभग 2.5 लाख मरीज इसका लाभ उठा चुके हैं। पहले जहां गरीब को मुफ्त डायलिसिस के लिए 100-200 किमी जाना पड़ता था, अब उसे अपने ही जिले में ये सुविधा मिल रही है। हम 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने के लिए कार्य कर रहे हैं। विश्व के अन्य देशों ने खुद को टीबी मुक्त करने के लिए वर्ष 2030 तक का समय रखा है। दुनिया की नजर भारत पर है कि क्या वो ऐसा कर पाएगा।


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