चंद्रशेखर ने अखिलेश पर लगाया दलित विरोधी होने का आरोप
भीम आर्मी चीफ ने सपा के साथ गठबंधन नहीं करने की बात भी कही
-पूर्व डीजीपी व राज्यसभा सांसद ने कहा, सपा के डीएनए में दलित विरोध
लखनऊ, 15 जनवरी (हि. स.)।समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने दलित, पिछड़ों और मुसलमानों को साथ लेकर चलने की जो रणनीति तैयार की थी, वह बिखरती हुई दिखाई दे रही है। उनके मंसूबे पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है। दरअसल भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने अखिलेश यादव पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है। चंद्रशेखर शुक्रवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पहुंचे थे। गठबंधन को लेकर उनकी बातचीत भी हुई थी।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि अखिलेश यादव दलितों का उत्थान नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भीम आर्मी का कोई भी गठबंधन समाजवादी पार्टी के साथ नहीं होगा। दूसरी तरफ आज शनिवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव से चंद्रशेखर के आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें दो सीटें दी थी। उसी बीच किसी का उनके पास फोन आया और उन्होंने इस तरह से बयान देना शुरू कर दिया। मुझे नहीं पता कि उनके पास किसका फोन आया था।
सपा के डीएनए में दलित विरोध: बृजलाल
उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस मुखिया व भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद बृजलाल ने भी अखिलेश यादव और पूरी समाजवादी पार्टी को दलित विरोधी बताया है। बृजलाल ने कहा कि बहुत ही अच्छी बात है, जो समय रहते चंद्रशेखर को यह पता चल गया। मैं तो बहुत पहले से ही इस बात को जानता हूं। बृजलाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी के डीएनए में दलित विरोध है। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव हों या पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सब ने सरकार में रहते हुए दलितों का विरोध किया। इन्होंने दलित के हित में कोई भी कदम नहीं उठाया।
बृजलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने दलितों से जमीन छीनने का षडयंत्र रचा था। उन्होंने उस नियम को बदलने की कोशिश की थी, जिसके तहत दलितों को जमीन बेचने से पहले स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। अगर सरकार यह लागू करने में सफल हो जाती तो आज दलितों के पास कोई भी जमीन न बचती। इसके अलावा मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने व्यक्तिगत तौर पर मुझे प्रताड़ित करने का काम किया था।