भदोही, 22 मई (हि.स.) । जिले में मंगलवार देर रात प्रयागराज के एक ठेकेदार के बेटे का अपहणकर्ता पुलिस मुठभेड़ में मारा गया, जबकि बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया। मुठभेठ देर रात सुरियावा थाने के बसवापुर के गोकुलपट्टी गांव में हुई। अपहर्ता ठेकेदार का पूर्व चालक था। उसने तीन करोड़ की फिरौती के लिए सिविल लाइंस इलाके से शाम छह बजे बच्चे का अपहरण किया था।
पुलिस के अनुसार ठेकेदार अभिषेक सिंह प्रयागराज शहर के अल्लापुर में रहते हैं। हर दिन की तरह मंगलावर की शाम उनका बेटा रणवीर सिंह प्रशिक्षण लेने सिविल लाइंस स्थित जिम्नास्टिक हॉल गया था। वह पहली कक्षा का छात्र है। तकरीबन छह बजे एडीए ठेकेदार का झूंसी निवासी पूर्व चालक संजय यादव जिम्नास्टिक केंद्र पहुंचा। उसने जिम्नास्टिक कोच अभिलाष से कहा कि घर में कोई कार्यक्रम है। इसलिए रणवीर को पिता अभिषेक सिंह ने बुलाया है। संजय ठेकेदार का चालक रह चुका था। इसलिए उसकी बात पर भरोसा करते हुए संचालक ने बच्चे को जाने दिया। कुछ देर बाद संजय ने ठेकेदार अभिषेक को कॉल करके बताया कि बच्चे को अगवा कर लिया है। बच्चा चाहिए तो तीन करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो। इसके बाद बच्चे से भी बात कराई। बच्चे के अगवा होने से परिवार में कोहराम मच गया। पिता ने प्रयागराज पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस तुरत हरकत में आई। उसने अपहर्ता संजय यादव के मोबाइल की लोकेशन ली तो पता चला कि वह अपने वाहन से बच्चे को लेकर भाग रहा है।
उधर, प्रयागराज के गंगा पार एसपी ने भदोही पुलिस से सहयोग मांगा। भदोही एसपी राजेश एस ने फौरन क्राइम ब्रांच और सुरियावां, दुर्गागंज पुलिस को घेराबंदी करने का आदेश दिया। प्रयागराज और भदोही की सीमा से लगते सुरियावां थाने के बसवापुर के गोकुलपट्टी गांव में रात तकरीबन 10.30 बजे पुलिस ने घेराबंदी कर ली।
पुलिस का दावा है कि पुलिस से बचने के लिए संजय ने खुद को गोली मार ली। बाद में उसे भदोही के जिला अस्पताल महाराजा चेतसिंह लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बच्चे को सकुशल सुरिक्षत बचा लिया। प्रयागराज के गंगा पार एसपी का कहना है कि पुलिस ने बदमाश संजय यादव के पैर में गोलीमारी थी। जिसके बाद उसने खुद को गोली मार ली। भदोही एसपी राजेश एस और प्रयागराज के गंगा पार एसपी ने जिला अस्पताल पहुंची। पिता को पुलिस ने बच्चे को सौंप दिया।
पुलिस के अनुसार ठेकेदार अभिषेक सिंह प्रयागराज शहर के अल्लापुर में रहते हैं। हर दिन की तरह मंगलावर की शाम उनका बेटा रणवीर सिंह प्रशिक्षण लेने सिविल लाइंस स्थित जिम्नास्टिक हॉल गया था। वह पहली कक्षा का छात्र है। तकरीबन छह बजे एडीए ठेकेदार का झूंसी निवासी पूर्व चालक संजय यादव जिम्नास्टिक केंद्र पहुंचा। उसने जिम्नास्टिक कोच अभिलाष से कहा कि घर में कोई कार्यक्रम है। इसलिए रणवीर को पिता अभिषेक सिंह ने बुलाया है। संजय ठेकेदार का चालक रह चुका था। इसलिए उसकी बात पर भरोसा करते हुए संचालक ने बच्चे को जाने दिया। कुछ देर बाद संजय ने ठेकेदार अभिषेक को कॉल करके बताया कि बच्चे को अगवा कर लिया है। बच्चा चाहिए तो तीन करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो। इसके बाद बच्चे से भी बात कराई। बच्चे के अगवा होने से परिवार में कोहराम मच गया। पिता ने प्रयागराज पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस तुरत हरकत में आई। उसने अपहर्ता संजय यादव के मोबाइल की लोकेशन ली तो पता चला कि वह अपने वाहन से बच्चे को लेकर भाग रहा है।
उधर, प्रयागराज के गंगा पार एसपी ने भदोही पुलिस से सहयोग मांगा। भदोही एसपी राजेश एस ने फौरन क्राइम ब्रांच और सुरियावां, दुर्गागंज पुलिस को घेराबंदी करने का आदेश दिया। प्रयागराज और भदोही की सीमा से लगते सुरियावां थाने के बसवापुर के गोकुलपट्टी गांव में रात तकरीबन 10.30 बजे पुलिस ने घेराबंदी कर ली।
पुलिस का दावा है कि पुलिस से बचने के लिए संजय ने खुद को गोली मार ली। बाद में उसे भदोही के जिला अस्पताल महाराजा चेतसिंह लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बच्चे को सकुशल सुरिक्षत बचा लिया। प्रयागराज के गंगा पार एसपी का कहना है कि पुलिस ने बदमाश संजय यादव के पैर में गोलीमारी थी। जिसके बाद उसने खुद को गोली मार ली। भदोही एसपी राजेश एस और प्रयागराज के गंगा पार एसपी ने जिला अस्पताल पहुंची। पिता को पुलिस ने बच्चे को सौंप दिया।