गुरु जम्भेश्वर विवि ने चुनौतियों को अवसर में बदलाः कुलपति
हिसार, 17 जनवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान शिक्षा में आई चुनौतियों को यह विश्वविद्यालय अवसर के रूप में ले रहा है। डिस्टेंस लर्निंग को भी ऑनलाइन माध्यम से प्लेटफार्म पर ले जाने का काम सहजता से किया है।
कुलपति प्रो. कम्बोज सोमवार को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सौजन्य से शुरु हुए नए शैक्षणिक सत्र के विद्यार्थियों के लिए साप्ताहिक एकेडमिक ओरिएंटेशन प्रोग्राम के शुभारंभ अवसर पर अपना वक्तव्य दे रहे थे। उन्होंने कहा कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की टीम, उर्जा और अनुभव के मिश्रण से कार्य कर रही है। उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह एकडेमिक ओरिएंटेशन कार्यक्रम प्रतिभागियों लिए प्रभावी होगा और इस विश्वविद्यालय से प्राप्त शिक्षा आपके कैरियर उन्नति में सहायक होगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि यूजीसी के संयुक्त सचिव प्रो. गंभीर सिंह चौहान ने कहा कि महामारी के दौरान शिक्षकों के सामने जो चुनौतियां रही हैं उसमें गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने एक अग्रदूत की भूमिका निभाई है। विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय से जोड़ा है। गुजविप्रौवि शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की पूरी टीम बड़ी मेहनत और लगन के साथ विद्यार्थियों को सेवा प्रदान कर रही है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने इस प्रकार के ओरिएंटेशन कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय में मौजूद शिक्षा संबंधी सुविधाओं को परिचित करवाता है। यह एक मंच है, जिसमें विद्यार्थी केवल डिग्री ही नहीं लेता, बल्कि डिग्री के साथ-साथ ढेरों अन्य वैल्यु ऐडिड सर्विसेज लेकर निकलता है। निदेशालय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय निरंतर विद्यार्थियों को अपनी सेवाएं दे रहा है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने विद्यार्थियों का स्वागत किया और कहा कि निदेशालय सदैव विद्यार्थियों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। प्रो. सांगवान ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों का रुझान दूरस्थ शिक्षा की ओर बढ़ा है। निदेशालय की सहायक प्रोफेसर डा. सुनयना ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद करते हुए विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सहायक प्रोफेसर सिमरन आर्या ने कार्यक्रम का संचालन किया।