कौन बनेगा गिरिराज सिंह के संसदीय क्षेत्र का जिला परिषद अध्यक्ष, एनडीए का पलड़ा भारी
बेगूसराय, 21 दिसंबर (हि.स.)। बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत राज चुनाव होने के बाद उप मुखिया से लेकर जिला परिषद अध्यक्ष तक के निर्वाचन की सरगर्मी काफी तेज हो गई है। तीन जनवरी तक उप मुखिया, उपसरपंच, प्रखंड प्रमुख, उपप्रमुख, जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चुनाव संपन्न कराया जाना है, इसके लिए सूचना जारी हो चुकी है। इन सभी छह पदों पर होने वाले चुनाव को लेकर राजनीति काफी गर्म हो गई है। ऐसे में बिहार में राजनीतिक दृष्टिकोण से अतिसंवेदनशील और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में भी जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को लेकर राजनीतिक सरगर्मी उफान पर है। जिला परिषद के अध्यक्ष पद की कुर्सी अनुसूचित जाति के महिला या पुरुष तथा उपाध्यक्ष की कुर्सी सामान्य महिला या पुरुष के लिए आरक्षित है। चुनाव दलीय आधार पर नहीं होना है, लेकिन तमाम राजनीतिक दल जिला के सबसे महत्वपूर्ण अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठना चाह रहे हैं, चर्चा खरीद-फरोख्त की भी हो रही है। इस बार का जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव काफी महत्वपूर्ण होने की संभावना है। करीब 20 वर्षों से जिला परिषद की राजनीति कर रहे रतन सिंह चुनाव हार गए हैं, उनके संभावित समर्थक भी चुनाव हार गए हैं, जिसके कारण किसी नए व्यक्ति का जिला परिषद अध्यक्ष बनना निश्चित है।
बेगूसराय में कुल 35 जिला परिषद हैं, जिनके पास 18 सदस्यों का समर्थन होगा, वही अध्यक्ष चुने जाएंगे। इस वर्ष हुए चुनाव में एनडीए समर्थक 21 जिला परिषद सदस्य जीत कर आए हैं तथा 14 महागठबंधन के हैं। इस प्रकार एनडीए, महागठबंधन पर भारी पड़ रहा है। जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाने को लेकर एनडीए और महागठबंधन के बीच घमासान मचा हुआ है। 30 दिसंबर को जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है। जिसमें एनडीए की ओर से अध्यक्ष के लिए डंडारी प्रखंड क्षेत्र संख्या-28 से जीत कर आए वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता बांक निवासी सुरेंद्र पासवान को मैदान में उतारने की तैयारी है। महागठबंधन की तरफ से भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र संख्या-चार से निर्वाचित हुए भाकपा नेता रामप्रकाश पासवान को मैदान में उतारा जा सकता है। हालांकि एनडीए की ओर से अंतिम समय में क्षेत्र संख्या-26 से जीती पुष्पा देवी को भी मैदान में उतारा जा सकता है। एनडीए का पलड़ा भारी है, लेकिन दोनों में से कोई मात नहीं खाएं, इसके लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन होने के लिए एनडीए और महागठबंधन दोनों दलों के नेता अपने-अपने प्रत्याशियों के चयन और उनके पक्ष में एकजुटता को लेकर पूरा दमखम लगा रहे हैं।
अध्यक्ष का पद आरक्षित वर्ग रहने के कारण प्रत्याशी चयन में जहां एक-एक बिंदुओं पर नजर रखी जा रही है, वहीं उपाध्यक्ष पद को लेकर भी कम मारामारी नहीं हो रही है। उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा समर्थित अमित कुमार देव, राजीव कुमार सिंह, चंदन कुमार, खुशबू कुमारी, झुन्ना सिंह, प्रवीण शेखर, जदयू समर्थित नंदलाल राय, मनमोहन महतों, किरण कुमारी, वामदल समर्थित किरण देवी, अंजनी कुमार सिंह, राजद के ममता देवी, प्रेमलता देवी तथा कांग्रेस नेता अमित कुमार का नाम उभरकर सामने आ रहा है। जिसमें से क्षेत्र संख्या-23 से पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रतन सिंह को चुनाव हराने वाले खम्हार निवासी चंदन कुमार का पलड़ा सबसे अधिक भारी है। अधिकतर जिला परिषद सदस्य उनके पक्ष में गोल बंद हो चुके हैं, अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो चंदन ही होंगे उपाध्यक्ष। फिलहाल सारी कवायद के बीच 30 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण एवं गुप्त मतदान को लेकर जिला ही नहीं, पूरे बिहार की नजर बेगूसराय पर टिकी हुई है तथा देखना है कि किसके सिर पर इस महत्वपूर्ण पद का सेहरा सजता है।