केदार हाजरा ने मदरसा की तर्ज पर संस्कृत विद्यालय को भी अनुदान दिये जाने की मांग की
रांची, 10 मार्च (हि. स.)। झारखंड विधानसभा बजट सत्र के नौवें दिन गुरुवार को भाजपा विधायक केदार हाजरा ने मांग किया कि मदरसा की तर्ज पर संस्कृत विद्यालय को भी अनुदान दिया जाय। इसपर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने जानकारी दिया कि अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावे यह बढ़ाया भी गया है। आपको सरकार को धन्यवाद देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संस्कृति विद्यालयों का अनुदान राशि भाजपा की सरकार ने आधा कर दिया था। हमारी सरकार ने इसे दुगुना कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार जब उन्हें अनुदान राशि मिलेगी, इसका लाभ संस्कृति विद्यालय के शिक्षकों को मिलेगा।
सत्र के अल्प सूचित प्रश्न के दौरान भाजपा विधायक सीपी सिंह ने स्पीकर से कहा कि आप ऊंचे आसन पर बैठ कर राजनीति-राजनीति खेल रहे हैं। इसके जवाब में स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो ने कहा कि ऐसा नहीं है सीपी बाबू। नहीं तो आपका प्यार उन्हें नहीं मिलता। दरअसल अल्प सूचित समय में विधायक अपना अपना सवाल पूछ रहे थे। इस क्रम में सीपी सिंह ने कहा कि मेरा प्रश्न आने के पहले ही अल्प सूचित सवालों का जवाब ख़त्म हो गया।
स्पीकर ने कहा कि एक सवाल पर कई पूरक प्रश्न पूछे जाते है। इसलिए समय बर्बाद होता है। भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि मंत्री लोग को तैयार हो कर आना चाहिए। स्पीकर ने विधायकों से कहा कि सभी सदस्य यही चाहते है कि सदन में समाधान हो जाये। इसपर सीपी सिंह ने कहा कि स्पीकर के बातों से वे सहमत नहीं है। मंत्री लोग कहते हैं सवाल डाल दीजिए समाधान हो जाएगा। जब सवाल डालने के बाद भी सदन में समाधान नहीं होगा, तो क्यों नहीं हम मंत्री अफसरों के पीछे घूमेंगे। मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि सीपी सिंह का जवाब इनके कथनी- करनी में अंतर है। वे कहते हैं कि सवाल नहीं आता है। सदन को बाधित कर रहा है यह मंथन करने की जरूरत है।