केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह के सचिव पर थानाध्यक्ष ने दाग दी गोली,बाल बाल बचे
आरा,20 मई(हि. स.)।आरा लोकसभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान एनडीए प्रत्याशी और केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह के सचिव पर मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने गोली चला दी और भाजपा कार्यकर्ताओं को थाना के बाहर दौड़ा- दौड़ा कर पीटा। यह मामला गर्म हो गया है।
चुनाव के दौरान भोजपुर के डीएम और एसपी के कथित पक्षपात पूर्ण रवैये को लेकर एनडीए प्रत्याशी आर के सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से शिकायत की है।आर के सिंह की शिकायत पर गृह मंत्रालय ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य के डीजीपी से बातचीत की है। आर के सिंह ने डीएम और एसपी को तुरंत हटाने का अल्टीमेटम दिया है।
गृह मंत्रालय को उन्होंने बता दिया है कि मतगणना के पूर्व अगर डीएम -एसपी को नही हटाया गया तो वे अनशन शुरू कर देंगे। आर के सिंह की अनशन की घोषणा के बाद बिहार सरकार भी हरकत में आ गई है और समझा जाता है कि जल्द ही डीएम और एसपी को आरा से हटाया जा सकता है।
उधर मुफस्सिल थानाध्यक्ष की कार्रवाई को लेकर भी आर के सिंह के तेवर गर्म है और थानाध्यक्ष के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है। बताया जाता है कि आरा से भाजपा प्रत्याशी आरके सिंह के सचिव संदीप कुमार मिंटू पर भोजपुर मुफस्सिल थानाध्यक्ष रविन्द्र राम ने गोली चलाई है। इस हमले में संदीप कुमार मिंटू बाल-बाल बच गए ।
घटना चुनाव के बाद रविवार की देर शाम की है। थानाध्यक्ष ने इसके बाद मिंटू के साथ गए भाजपा कार्यकर्ता शम्भू चौरसिया से मारपीट शुरू कर दी तथा उन्हें घायल कर दिया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के आरा जिला के संयोजक राघवेंद्र कुमार एवं आनंद कुमार सिंह भाजपा के नगर उपाध्यक्ष को भी बुरी तरह मारा पीटा । रविन्द्र राम पर पहले भी जनप्रतिनिधियों पर हमले का आरोप लगता रहा है। जून 2018 में उन्होंने पंचायत समिति सदस्य से भी मारपीट की थी तथा अकारण 2 घंटे जेल में रखा था।
इनके कथित भाजपा विरोधी होने की बात आरा की जनता हमेशा करती आई है। संदीप कुमार मिंटू पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं के विषय मे जानने हेतु थाना गए थे और इसी क्रम में थानाध्यक्ष से पूछताछ करने के दौरान ही वे आपा खो बैठे तथा सामने मिंटू पर गोली दाग दी। अपने गैरज़िम्मेदाराना रवैये के लिए उक्त आरक्षी निरीक्षक पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं।
इस घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए आरके सिंह ने थानाध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने मांग की है कि आरा जिले के डीएम व एसपी का स्थानांतरण करने के बाद ही वोटों की गिनती शुरू हो, क्योंकि उनके रहते ईवीएम सुरक्षित नहीं है।
आरके सिंह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन के कुछ पदाधिकारी बेवजह भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहे हैं। इस मामले को लेकर उनकी बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय से हुई है।
मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन भी दिया है। आरके सिंह ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होगी , तो वे मतगणना के दौरान अनशन करेंगे। आर के सिंह की चेतावनी के बाद प्रशासन के बड़े अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे हैं।आर के सिंह भारत के गृह सचिव रह चुके हैं।