कुम्भ में माघी पूर्णिमा का स्नान जारी, आज से कूच करेंगे कल्पवासी
माघी पूर्णिमा स्नान के साथ कुम्भ की अनौपचारिक समाप्ति भी हो जाएगी क्योंकि आज के दिन कल्पवासियों का एक माह से चल रहा कल्पवास व्रत समाप्त हो जाएगा और मेला क्षेत्र से वे अपने घरों को रवाना हो जाएंगे।
कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा संगम समेत गंगा के 40 घाटों पर डुबकी लगाये जाने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि माघी पूर्णिमा के पूर्व सोमवार को करीब 70 लाख लोगों ने विभिन्न घाटों पर स्नान किया था।
मेलाधिकारी ने बताया कि माघी पूर्णिमा के समय भी अन्य स्नान पर्वों की तरह आठ किमी क्षेत्र में 40 घाटों की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में भारी संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गयी है। मेलाधिकारी के अलावा डीआईजी कुम्भ मेला केपी सिंह और अन्य अधिकारी भोर से ही मेला क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं।
अन्य स्नान पर्वों की भांति माघी पूर्णिमा के लिए भी यातायात व्यवस्था पर विशेष बल दिया गया है। मेला क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिवंधित कर दिया गया है। स्नानार्थियों को अपने वाहन पार्किंग स्थल पर ही खड़ा करने को कहा गया है।
मेला क्षेत्र से कूच करेंगे कल्पवासी
माघी पूर्णिमा स्नान के बाद संगम की रेती में एक माह से कल्पवास कर रहे श्रद्धालु अपने घरों के लिए प्रस्थान करेंगे। वैसे कुम्भ मेले का आयोजन चार मार्च को पड़ रहे महाशिवरात्रि तक है, लेकिन कल्पवासियों के जाते ही मेला क्षेत्र वीरान हो जाएगा। इस तरह आज ही कुम्भ मेले की अनौपचारिक समाप्ति हो जाएगी। हालांकि, भीड़ के चलते सभी कल्पवासी मंगलवार को मेला क्षेत्र नहीं छोड़ेंगे। मेला पुलिस के डीआईजी केपी सिंह ने भी कल्पवासियों से अनुरोध किया है कि भीड़ के मद्देनजर वे धीरे-धीरे मेला क्षेत्र से अपने गंतव्य को जाएं। उन्होंने बताया कि दोपहर बाद स्नानार्थियों की भीड़ कम होने पर ही कल्पवासियों को ले जाने वाले वाहनों को मेला क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।