कांग्रेस में आलाकमान और नेताओं की दूरी पाटने का प्रयास, राहुल गांधी से मिल खुश हुए विधायक
*कांग्रेस में आलाकमान औ
रांची 08 फरवरी। कांग्रेस आलाकमान और उनके राज्य स्तरीय नेताओं के बीच दूरियों की शिकायत हमेशा से रही है। झारखंड के संबंध में देखें तो पिछले कई साल से कांग्रेस आलाकमान का प्रदेश के नेता या जनप्रतिनिधियों से संवाद नहीं हो पाया था। मंगलवार को दिल्ली में झारखंड के विधायकों ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की और उनके निर्देशों पर आगे चलने का संकल्प दोहराया।
आलाकमान ने कहा है कि झारखंड में गठबंधन की सरकार में कांग्रेस को अपने चुनावी वायदे पर फोकस करते हुए काम करना चाहिए इसके लिए समन्वय की नितांत जरूरत है।
झारखंड कांग्रेस के प्रभारी रह चुके आरपीएन सिंह अब भाजपा में चले गए हैं। नए प्रभारी अविनाश पांडे को झारखंड में कांग्रेस की साख को और बढ़ाने का जिम्मा मिला है। इस बैठक में राहुल गांधी ने विधायकों को नई ऊर्जा देने का प्रयास किया। सीधा संवाद होने की वजह से कांग्रेसी काफी खुश दिखे।
झारखंड में चल रही गठबंधन की सरकार के कामकाज पर भी चर्चा हुई कई महत्वपूर्ण विषयों पर विधायकों ने अपने अपने विचार रखें राहुल गांधी ने सभी को जुझारू राजनीति का पाठ पढ़ाया।
इस बैठक में झारखंड में जमीन की लूट विस्थापन की समस्या भाषा का विवाद आदिवासी समाज की मूलभूत समस्या पर रोशनी डाली गई।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर,सह प्रभारी उमर सिंघार, मंत्री आलमगीर आलम, डा रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष डा अजय कुमार, सुखदेव भगत, प्रदीप बलमुचू, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, के एन त्रिपाठी समेत झारखंड के तमाम विधायक शामिल हुए।
सीमा सिन्हा, ब्यूरो प्रमुख