कांग्रेस को अमेठी में नहीं मिल रहे जिताऊ प्रत्याशी
अमेठी: डॉ. संजय सिंह के सामने होंगी गायत्री की पत्नी महराजी
-2017 में संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह ने की थी जीत दर्ज
अमेठी, 07 फरवरी (हि.स.)। अमेठी सीट पर भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय सिंह को उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। अब सपा से गायत्री प्रजापति की पत्नी महराजी आमने-सामने होंगी।
कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले अमेठी में कांग्रेस को अभी तक जिताऊ उम्मीदवार नहीं मिला, जिसके कारण अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई। भाजपा ने अमेठी में कांग्रेस का किला पहले ही ध्वस्त कर चुकी है। पूर्व भाजपा विधायक गरिमा सिंह के पति डॉ.संजय सिंह को मैदान में उतारकर सबको चौंका दिया है।
अमेठी सीट पर सपा से पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति चुनाव मैदान में हैं तो 2017 के चुनाव में यहां से गरिमा सिंह ने गायत्री प्रजापति को हराकर जीत दर्ज कराई थी। लेकिन अंतराल केवल 5 हजार के आसपास का था। जबकि डॉ. संजय सिंह की दूसरी रानी अमीता सिंह कांग्रेस के टिकट पर मैदान में थी, लेकिन उन्हें चौथा स्थान मिला था। इस चुनाव में जहां गरिमा सिंह को 64226 वोट मिले थे, वहीं गायत्री प्रसाद को 59161 अमीता सिंह को 20291 वोट मिले थे। चुनाव के बाद से गायत्री रेप के मामले में जेल में हैं और नवंबर 2021 में उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो गयी। अब उनकी पत्नी मैदान में हैं। बेटी और पत्नी हर मंच से न्याय मांगते हुए उनकी आंख छलक रही है।
क्या है अमेठी सीट का इतिहास
सन् 1976 में अमेठी पहुंचे गांधी परिवार के पहले सदस्य संजय गांधी को लेकर अमेठी के विकास का खाका खींचने का काम डॉ.संजय सिंह की अगुवाई में हुआ था। अमेठी राजपरिवार ने इस सीट पर अब तक 8 बार विजय हासिल की है। 1951, 1969 तथा 1974 में रणंजय सिंह, 1989 व 1985 में डॉ. संजय सिंह, 2002 व 2007 में अमीता सिंह तथा 2017 मे गरिमा सिंह ने जीत दर्ज की थी। लेकिन 2002 और 2007 में लगातार दो जीत के बाद उन्हें 2012 में पटकनी किसी ने दी तो वो उनके प्रजा के रुप में गायत्री प्रजापति ने दी। सपा के टिकट पर गायत्री को 58434 मिले तो कांग्रेस से अमीता सिंह को 49674 वोट पर संतोष करना पड़ा था।