एलओसी पर मेजर शहीद, जम्मू में हालात नियंत्रण में लेकिन कर्फ्यू जारी
जम्मू, 16 फरवरी (हि.स.)। राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर शनिवार को हुए एक आईईडी विस्फोट में सेना का एक मेजर शहीद हो गया जबकि एक जवान घायल हो गया।
यह विस्फोट नौशहरा के लाम झंगड़ क्षेत्र में हुआ। इस विस्फोट में सेना की इंजीनियरिंग यूनिट का एक अधिकारी व एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गये। घायलों को तुरंत सेना के अस्पताल पहुंचाया गयाए जहां मेजर ने अपने घावों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया।
दरअसल, यह एक बैट हमला है। पाकिस्तानी सेना और आतंकी मिलकर भारतीय सीमा के अंदर आए और उन्होंने आईईडी प्लांट कर दिया। पाकिस्तान की इस घटना की जानकारी जब भारतीय सेना को लगी तो वहां तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान हुए आईईडी विस्फोट में इंजीनियरिंग यूनिट के मेजर शहीद हो गए जबकि एक जवान घायल।पुलवामा हमले के दो दिन बाद यह दूसरा धमाका है। इससे पहले पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
जम्मू में कर्फ्यू जारी
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले के विरोध में जम्मू संभाग में विभिन्न संगठनों द्वारा आहूत जम्मू बंद शनिवार को छिटपुट घटनाओं के अलावा शांतिपूर्ण रहा। हालांकि शुक्रवार से ही जारी कर्फ्यू में शनिवार को भी किसी प्रकार की कोई ढील नहीं दी गई। प्रशासन ने हालात की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक के बाद भी कर्फ्यू में ढील देने पर कोई निर्णय नहीं किया। इस बीच राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवा गुरुवार आधी रात से ही निलम्बित है। शनिवार को प्रशासन ने सभी निजी व सरकारी स्कूलों व कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया।
छिटपुट झड़पें और लाठीचार्ज
कर्फ्यू के चलते जहां एक ओर सभी दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूल, कालेज व निजी कार्यालय बंद रहे वहीं आम जनता को अपने घरों में ही कैद रहने को मजबूर होना पड़ा। लोगों की कई प्रकार की घरेलू जरूरतों के लिए परेशानी झेलनी पड़ी। कई जगहों पर खाने-पीने की सामग्री तथा निजी जरूरतों के लिए बाहर निकले लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
जम्मू में कर्फ्यू के दूसरे दिन जानीपुर क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी क्वार्टरों पर कथित रूप से उकसावे वाली नारेबाजी करने के बाद पथराव किया। इसके बाद सुरक्षाबलों तथा प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें कम से कम 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
जम्मू शहर के गंग्याल क्षेत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सतीश शर्मा की अगुवाई में लोगों ने प्रदर्शन किया व भारत माता की जय के नारे लगाए।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब तक पुलवामा के शहीदों का बदला नहीं लिया जाता है, तब तक जम्मू शांत नहीं होगा। जम्मू के लोग इसी प्रकार सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते रहेंगे। जम्मू शहर की पंजतीर्थी पुलिस चौकी पर एक पुलिस अधिकारी द्वारा पुलिसिया रौब गांठने पर कहासुनी के बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया। उसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसूगैस के गोले दागने पड़े। जम्मू, कठुआ, साम्बा, उधमपुर, राजौरी जिलों में तनाव की स्थिति बनी रही।
पुलवामा हमले के बाद जम्मू बंद के दौरान शुक्रवार को भड़की हिंसा में पुलिस के डीजीपी, एसएसपी सहित सात पुलिसकर्मी व 37 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे। शुक्रवार को बंद के दौरान हुई हिंसा में 40 के करीब गाड़ियां जलाई गईं व 70 गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।
रविवार को कश्मीर बंद का आह्वान
कश्मीर ट्रेडर्स यूनियन ने जम्मू व देश के अन्य हिस्सों में कथित तौर पर कश्मीरियों पर हुए हमलों के विरोध में रविवार को कश्मीर बंद का आह्वान किया है। बंद का आह्वान करने वाली कश्मीर ट्रेडर्स यूनियनों में कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैन्युफैक्चरर्स फोरम, कश्मीर आर्थिक गठबंधन सहित अन्य यूनियन शमिल हैं। इन संगठनों ने शनिवार को अपनी दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर लाल चौक व साथ लगती मार्केट में विरोध प्रदर्शन किया व जम्मू तथा देश के कई हिस्सों में कथित तौर पर कश्मीरियों पर हुए हमलों की निंदा की और मांग की कि जम्मू व देश के अन्य हिस्सों में कश्मीरी व्यापारियों व विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
जम्मू छोड़ने की धमकी
दरबार मूव के गैर सचिवालय कर्मचारी संघ ने शनिवार को कहा कि अगर सरकार ने जम्मू में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय नहीं किए तो वे कश्मीर लौट जायेंगे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओवैस वानी ने कहा कि उनके परिवार जम्मू में सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि एस्टेट विभाग द्वारा जम्मू में उनको उपलब्ध कराए गए क्वार्टरों में उन पर हमले हो रहे हैं। वानी ने कहा कि हमने पहले ही जिला और मंडलीय प्रशासन से अपील की है कि वो दरबार के कर्मचारियों को क्वार्टरों में पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराएं लेकिन प्रशासन स्थिति से गंभीरता से नहीं निपट रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कर्फ्यू के बावजूद कश्मीरी कर्मचारियों के क्वार्टरों पर हमले हो रहे हैं। इससे कश्मीरी कर्मचारियों में डर पैदा हो गया है।
हालांकि जम्मू के उपायुक्त रमेश कुमार ने कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जानीपुर में मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया है और किसी भी क्वार्टर पर हमला नहीं किया गया है।
कठुआ में प्रदर्शन, पाकिस्तानी ध्वज फूंका
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आंतकी हमले से गुस्साए लोगों ने शनिवार को सांबा व कठुआ में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों द्वारा किए गए इस हमले के विरोध में सांबा कठुआ में महिलाओं सहित बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और पाकिस्तान के खिलाफ मुख्य चौक पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और पाकिस्तानी झंडा भी जलाया। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से पाकिस्तान को इसका मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की और कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो लोेगों का गुस्सा और वढ़ जाएगा।