एनडीए और महागठबंधन में है कांटे की टक्कर, मतदाताओं की चुप्पी बढ़ा रही दलों की धड़कन
पटना,28 अप्रैल (हि.स.)।बिहार की राजनकिस करवट होगी इसका अंदाजा लगाना बड़े-बड़े लोगों के वश का नहीं होता है। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन जहां कई दलों के दिलों को जोड़कर चुनावी अखाड़े में उतरा है वहीं एनडीए मात्र तीन दिलों को जोड़कर अमर-अकबर एंथोनी की भूमिका में मैदान में दो –दो हाथ करने के लिए कमर कस कर मैदान मे है। अब तक 14 सीटों पर चुनाव हो चुका है। इन सीटों पर भले ही लोग अपने-अपने तरीके से अपनी बाजी मारने की बात कर रहे हों, मगर अभी किस सीट पर किसके सिर पर सेहरा होगा यह कह पाना मुश्किल प्रतीत होता है।
एनडीए में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड 17-17 सीटों पर लड़ रही है और 6 सीटों पर लोकजनशक्ति पार्टी मैदान में है तो दूसरे खेमे में महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस के अलावा उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा, जीतनराम मांझी की हम और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी एकजुट होकर उतरी हैं। राज्य की सियासत में आमने-सामने के मुकाबले वाली ऐसी तस्वीर 15 साल बाद देखने को मिल रही है। इससे पहले 2004 में ऐसा मुकाबला हुआ था। उस वक्त लोकसभा चुनाव में बिहार में सीधे मुकाबले की स्थिति बनी थी। केंद्र की अटल सरकार को चुनौती देने के लिए राजद, कांग्रेस, लोजपा, राकांपा और माकपा ने हाथ मिलाया था। मुकाबले के लिए भाजपा और जदयू का गठबंधन उस वक्त भी सामने था, इस बार लोजपा इनके साथ है , जबकि 2004 में लोजपा भी महागठबंधन की ही गोद में थी।
बिहारः इन लोकसभा क्षेत्रों का चुनाव संपन्न
लोकसभा क्षेत्र एनडीए प्रत्याशी महागठबंधन प्रत्याशी
बांका- गिरधारी यादव (जदयू) जयप्रकाश यादव (राजद), पुतुल सिंह (निर्दलीय)
भागलपुर- अजय मंडल (जदयू) , बुलो मंडल (राजद)
गया- विजय मांझी (जदयू) , जीतन राम मांझी (हम)
मधेपुरा- दिनेश चंद्र यादव (जदयू) , शरद यादव (राजद), पप्पू यादव (जाप)
सुपौल- दिलेश्वर कामत (जदयू) , रंजीता रंजन (कांग्रेस)
पूर्णिया- संतोष कुशवाहा (जदयू) , उदय सिंह (कांग्रेस)
कटिहार- दुलालचंद गोस्वामी (जदयू) , तारिक अनवर (कांग्रेस)
किशनगंज- महमूद अशरफ (जदयू) , मो.जावेद (कांग्रेस)
झंझारपुर- रामप्रीत मंडल (जदयू) , गुलाब यादव (राजद)
अररिया- प्रदीप सिंह (भाजपा) , सरफराज आलम (राजद)
औरंगाबाद- सुशील सिंह (भाजपा) , उपेंद्र प्रसाद (हम)
खगड़िया- महबूब अली कैसर (लोजपा) , कृष्णा यादव (राजद)
जमुई- चिराग पासवान (लोजपा) , भूदेव चौधरी (रालोसपा)
नवादा- चंदन कुमार (लोजपा) , विभा देवी (राजद)
लोकसभा चुनाव में हर बार बिहार अहम भूमिका निभाता आया है और यही इस बार भी देखने को मिलेगा। राज्य में कुल 40 लोकसभा सीटें जो केंद्र सरकार के सियासी जोड़तोड़ में नफा-नुकसान तय करेंगी।हालांकि इसमें से अब तक तीन चरणों में 14 सीटों के लिए चुनाव हो चुका है। लिहाज़ा हर दल की नज़र बिहार पर टिकी हुई है। लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न होगा, जिसमें तीन चरण हो चुके हैंं। बिहार में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को लोकसभा सीटों पर मतदान होना तय है।
किन सीटों पर किस दिन वोटिंगः
11अप्रैल,2019 को औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई सीट पर वोटिंग हो चुकी है।
18अप्रैल,2019 को किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, बांका में वोटिंग हो चुकी है।
23अप्रैल, 2019 को झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, खगड़िया में वोटिंग हो चुकी है।
29अप्रैल,2019 को दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर में वोट डाले जाएंगे।
6मई,2019 को सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारन, हाजीपुर में वोटिंग होगी।
12 मई, 2019 को वाल्मीकिनगर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान,महाराजगंज सीट पर होगी वोटिंग।
19मई, 2019 को नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकट, जहानाबाद सीटों पर होगी वोटिंग।
जेपी की कर्मभूमि बिहार को देश की सियासी प्रयोगशाला के रुप में भी जाना जाता है। बिहार में सियासी चर्चा आम से लेकर खास तक चाय की दुकानों से लेकर घर की दहलीज तक सरेआम सुनने को मिलती है। इस बार भी यहां के लोगों के फ्रेम में लोकसभा चुनाव 2019 में उतर चुका है तो बिहार फिर सियासत की एक अलग तस्वीर प्रस्तुत करने की तैयारी में है। एनडीए बनाम महागठबंधन की लकीर बिहार में जितनी साफ तौर पर देखने को मिल रही है उतनी शायद ही देश के किसी और राज्य में दिख रही है। बिहार में इस बार मुकाबला द्विपक्षीय और आमने-सामने का होने जा रहा है। अब ऐसे में देखना ये दिलचस्प होगा कि किस हद तक राजनीतिक पंडितों की भविष्यवाणी किसके पक्ष में सत्य साबित होती है।