एक साथ चुनाव पर रुख स्पष्ट करें प्रधानमंत्री: कांग्रेस
नई दिल्ली, 30 जून (हि.स.)। कांग्रेस ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के मसले पर रुख स्पष्ट करने की मांग की है। पार्टी ने पीएम से पूछा है कि वे देश के विपक्षी दलों के सम्मुख इस मुद्दे को रखें ताकि इस पर व्यापक चर्चा कर निर्णय हो। कांग्रेस संगठन महासचिव और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कभी जनसभा में तो कभी नीति आयोग की बैठक में यह कहते हैं कि देश मे एक साथ चुनाव होने चाहिए लेकिन अभी तक उन्होंने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों से कोई चर्चा नहीं की है। पार्टी पीएम से मांग करती है कि वे इस मसले पर अपना रुख स्पष्ट करें ताकि इसमें आने वाली समस्याओं का समाधान हो और सर्वमान्य निर्णय हो। उन्होंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के तीसरे मोर्चे को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पवार एक सुलझे हुए वरिष्ठ नेता हैं| उन्होंने देशहित में सत्य बात कही है कि फ़िलहाल तीसरे मोर्चे का कोई वजूद ही नहीं है। गहलोत ने हिन्दुस्थान समाचार द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि लोकसभा चुनावों में समय है| 2019 के महागठबंधन का स्वरुप राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिज़ोरम विधानसभा चुनावों के परिणामों पर निर्भर करेगा। उसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा और कांग्रेस समान विचारधाराओं वाले राजनीतिक दलों के साथ आम चुनाव में जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की फ़ासीवादी विचारधारा के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं| 2019 का चुनाव विचारधारा के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। गहलोत ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज 48 माह के मोदी शासन काल में पूरे देश को नफरत के माहौल में धकेल दिया है। घृणा का माहौल बना दिया गया है। महिलाओं के प्रति अत्याचार बढ़ गए हैं। देश में एक जबरदस्त आक्रोश उत्पन्न हो गया है जिसके दुष्परिणाम आए दिन देखने को मिल रहे हैं। देश में हर वर्ग प्रधानमंत्री के जुमलों और कार्यशैली से नाराज़ है चाहे वो नौजवान हो या किसान। उन्होंने कहा कि दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने का वादा मोदी ने किया था जबकि वास्तविकता में वे चार वर्षों में भी इतने रोजगार नहीं दे पाए। अब इस सरकार का जाना तय है।