एक तरफा प्यार के चलते की थी डॉक्टर महिला की हत्या, आरोपित गिरफ्तार
नई दिल्ली, 03 मई (हि.स.)। मध्य जिले के रंजीत नगर इलाके में मंगलवार रात एमडी की तैयारी कर रही डॉ.गरिमा हत्याकांड से शुक्रवार को पर्दा उठ गया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वारदात के बाद से फरार चल रहे गरिमा के साथी डॉक्टर चंद्र प्रकाश उर्फ सीपी (27) शुक्रवार सुबह रुड़की से गिरफ्तार लिया। आरोपित गंग नहर के पुल पर खड़ा होकर आत्महत्या करने के लिए छलांग लगाने ही वाला था कि क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपित को दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने खुलासा किया कि वह डॉ.गरिमा से एक तरफा प्यार करता था। पिछले कुछ दिनों से उसे लग रहा था कि गरिमा ने अचानक उससे दूरी बनाना शुरू कर दी है।
मंगलवार को जब गरिमा गोरखपुर के लिए निकलने लगी तो चंद्र प्रकाश की उससे बहस हो गई। झगड़े के दौरान पहले उसने गरिमा का गला घोंटा, बाद में बेहोश होने पर उसकी रसोई के चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
क्राइम ब्रांच के पुलिस डीसीपी डॉक्टर जी राम गोपाल नायक ने बताया कि रंजीत नगर में डॉ. गरिमा मिश्रा (29) की हत्या के बाद लोकल पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शुरूआत से ही पुलिस को शक था कि गरिमा के साथी डॉक्टर चंद्र प्रकाश वर्मा जो वारदात के बाद से फरार है, उसी ने हत्या की। लोकल पुलिस के अलावा अपराध शाखा की टीम भी चंद्र प्रकाश की तलाश में जुट गई।
क्राइम ब्रांच लगातार टेक्निकल सर्विलांस व ह्यूमन इंटेलिजेंस की मदद से आरोपित की तलाश जारी थी।
इस बीच गुरुवार को क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि आरोपित को उत्तराखंड के ऋषिकेष, हरिद्वार और रुड़की में घूमते हुए देखा गया है, तुरंत एसीपी जसबीर सिंह, इंस्पेक्टर रितेश कुमार, एसआई सुरेंद्र शर्मा व अन्यों की टीम को उत्तराखंड रवाना कर दिया गया। इस बीच जांच के दौरान गुरुवार शाम को टीम को पता चला कि आरोपित चंद्र प्रकाश गरिमा की हत्या के बाद से हताश होकर आत्महत्या करने की फिराक में है। हरिद्वार और ऋषिकेष में आरोपित जिन होटल में रुका था, टीम वहां तक पहुंची, लेकिन तब तक आरोपित वहां से निकल चुका था।
काफी तलाश के बाद शुक्रवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित रुड़की स्थित गंग नहर के पुल पर खड़ा होकर वहां लोगों से नहर की गहराई के बारे में पूछ रहा है। सूचना के बाद फौरन टीम वहां पहुंची और आरोपित को नहर में कूदने से पूर्व ही गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपित ने खुलासा किया कि उसने एक तरफा प्यार में डॉ. गरिमा की हत्या कर दी। कुछ दिन उसके साथ नौकरी करने और बातचीत करने के बाद उसे लगा कि गरिमा उसके नजदीक आ गई है, लेकिन ऐसा नही हुआ। गरिमा ने उससे दूरी बनाना शुरू कर दिया।
रविवार को चंद्र प्रकाश ने गरिमा को मूवी दिखाने का ऑफर किया था, जिसे गरिमा ने मना कर दिया था। इस बीच कोचिंग की छुट्टियां होने के बाद गरिमा ने अचानक मंगलवार दिन में गोरखपुर जाने का प्लान बना लिया। शाम के समय जब चंद्र प्रकाश को इसका पता चला तो वह भड़क गया। उसने कमरे पर जाकर गरिमा से बहस करना शुरू कर दिया। बहस के दौरान उसने गरिमा का पहले गला घोंटा और बाद में उसका गला रेतकर हत्या कर दी।
नवंबर 2018 में हुई थी गरिमा से मुलाकात
मूलत: चितईपुर, हरिहरपुर रानी तहसील, बहराइच के रहने वाले चंद्र प्रकाश ने लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। इसके पिता किशन कुमार वर्मा टीचर रिटायर हैं। वहीं इसकी दो बहनें भी टीचर है। पढ़ाई करने के बाद आरोपित चंद्र प्रकाश नौकरी करने दिल्ली आ गया। यहां वह करोलबाग के एनसी जोशी अस्पताल में नौकरी करने लगा। इसी दौरान गोरखपुर की रहने वाली डॉ. गरिमा मिश्रा भी अस्पताल में नौकरी के लिए आ गई। यहीं पर उसकी मुलाकात पहली बार गरिमा से हुई। दोनों जुनियर रेजिडेंट के रूप में अस्पताल में काम करने लगे।
चंद्र प्रकाश ने ही गरिमा को दिलाया था फ्लैट
आरोपित चंद्र प्रकाश ने पुलिस को बताया कि गरिमा और वह साथ में नौकरी करने लगे। गरिमा को करोलबाग के आसपास कहीं मकान की तलाश थी। इधर चंद्र प्रकाश व उसका दोस्त डॉक्टर राकेश यादव रंजीत नगर में दो कमरे के फ्लैट में किराए के फ्लैट में रहते थे। नौकरी के दौरान गरिमा से नजदीकियां बढऩे पर चंद्र प्रकाश को गलत-फहमी होने लगी। उसे लगा कि गरिमा भी उससे प्यार करने लगी है। इसी वजह से उसने गरिमा से कहा कि अगर वह चाहे तो उसके फ्लैट के एक कमरे में वह रह सकती है, दोनों किराया आधा-आधा कर लेंगे। गरिमा परिजनों से पूछकर इसके लिए तैयार हो गई। गरिमा और चंद्र प्रकाश एक ही फ्लैट में अलग-अलग कमरों में रहने लगे।
एमडी की तैयारी के लिए गरिमा ने नौकरी छोड़ी
नौकरी करने के साथ ही गरिमा का सपना था कि वह एमबीबीएस करने के बाद एमडी करे। लेकिन नौकरी के साथ वह तैयारी नही कर पा रहा थी। उसने परिजनों से पूछकर जनवरी माह में अस्पताल से नौकरी छोड़कर एमडी की तैयारी करने के लिए राजेंद्र नगर स्थित भाटिया कोचिंग ज्वाइन कर ली। चंद्र प्रकाश ने भी गरिमा के साथ नौकरी छोड़कर कोचिंग शुरू कर दी।
चंद्र प्रकाश को लगता था कि वह गरिमा को शादी के लिए तैयार कर लेगा। लेकिन ऐसा नही हुआ। गरिमा उससे चिढऩे लगी। यहां तक उसने अपने परिजनों से एक बार चंद्र प्रकाश की शिकायत की। लेकिन बाद में उसने मामला सुलझने और जल्द ही दूसरा फ्लैट लेने की बात की थी। मंगलवार को चंद्र प्रकाश को लगा कि शायद गरिमा अब दोबारा उसके साथ नही आएगी। इसी डर की वजह से उसने झगड़े में गरिमा की हत्या कर दी।