उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों पर ट्रम्प ने किम को चेताया

0

लॉस एंजेल्स, 05 मई (हि.स.)। उत्तर कोरिया ने पूर्वी तटीय वोनसों उपनगर में होडो प्रायद्वीप से कम दूरी की मिसाइलें छोड़कर एक बार फिर जता दिया है कि जहां आणविक शक्ति है, जीत वहीं होती है।
उत्तरी कोरिया ने शनिवार तड़के एक साथ कई मिसाइलें दागीं, जो 70 से 200 किलोमीटर दूर पूर्व में जापान सागर में गिरीं। इससे पूर्व पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया को सलाह दी थी कि वह ऐसा कोई काम न करे, जिससे कोरिया प्रायद्वीप में तनाव बढ़े। उत्तर कोरिया के इस युद्धाभ्यास पर दुनियाभर में कड़ी प्रतिक्रियाएं हो रही हैं।
इस बारे में ट्रम्प ने शनिवार सुबह ट्विट कर किम जोंग उन को आगाह किया है कि वह भलीभांति जानते हैं कि उत्तर कोरिया में आर्थिक दृष्टि से अथाह संभावनाएं हैं। वह किसी भी स्थिति में बाधक नहीं बनेंगे। वे यह भी जानते हैं कि वह किम के साथ खड़े हैं जो कभी भरोसा नहीं तोड़ेंगे।
जर्मनी ने कहा है कि उत्तरी कोरिया ऐसे समय मिसाइल प्रक्षेपण कर रहा है, जब कोरियाई प्रायद्वीप में शांति के लिए वार्ता की दरकार है।
बीते फरवरी में हनोई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच शिखरवार्ता आधी-अधूरी ख़त्म होने के बाद उत्तर कोरिया की ओर से यह पहला मिसाइल प्रक्षेपण है।
उल्लेखनीय है कि शिखरवार्ता में ट्रम्प के इस प्रस्ताव पर उत्तर कोरिया ने टका-सा जवाब दिया था कि जब तक अमेरिका सहित अन्य देश उस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध नहीं हटाएंगे, वह अपने आणविक मिसाइल ठिकानों को तबाह नहीं करेगा। इस पर ट्रम्प शिखरवार्ता से बीच में उठकर चल दिए थे और कोई संयुक्त बयान जारी नहीं हो सका था। इस पर किम जोंग उन खिन्न बताए जाते हैं। यही नहीं, उत्तरी कोरिया प्रशासन ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जान बोलटन की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगाते हुए उन्हें अगली वार्ता से दूर रखने का आग्रह किया था। हालांकि अमेरिका ने उत्तर कोरिया की आर्थिक दृष्टि से मदद का आश्वासन दिया था।

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *