उज्जैन में सराही गई बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी के ललित कला संस्थान के विद्यार्थियों की कला
– तीन दिवसीय समूह चित्रकला प्रदर्शनी “कला वर्तिका” सम्पन्न
झांसी,06 मार्च (हि.स.)। विगत दिवस कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन में आयोजित ललित कला संस्थान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी एवं कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में ललित कला संस्थान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के विद्यार्थियों की तीन दिवसीय समूह चित्रकला प्रदर्शनी कलावर्तिका की कलाप्रेमियों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
विद्यार्थियों ने जलरंग, तैलरंग, कोलाज के माध्यम से विभिन्न विधाओं में चित्रों का संयोजन किया। ग्रामीण परिवेश ,बुंदेली, राजस्थानी शैली में बने संयोजन, द्रश्य चित्रण,कोलाज से निर्मित व्यक्ति चित्रण, स्टैंसिल वर्क आदि लगभग 50 से भी अधिक चित्र जन आकर्षक का केंद्र रहे। जिन्हें संस्थान के 22 विद्यार्थियों ने अपनी तूलिका से श्रजन किया।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. सुनीता, ललित कला संस्थान, बुंदेलखंड विश्व विद्यालय, झांसी एवं सह संयोजक सहा. निदेशक, कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन ने अपने वक्तव्य में कहा कि विद्यार्थियों को अपनी कला जनमानस के मध्य प्रस्तुत करने का सबसे सशक्त माध्यम है एक ही स्थान पर कला की विभिन्न संस्कृति को देखने का अवसर प्राप्त होता है। कालिदास संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित टेराकोटा समरस में भी भागीदारी कर विद्यार्थियों ने कला कौशल का परिचय दिया।
इस अवसर पर डॉ.अजय कुमार गुप्ता, डॉ. ब्रजेश कुमार, मुकेश काला, डॉ. आर. पी. शर्मा, कमलेश कुमार का विशेष योगदान रहा।