इतिहास के पन्नों में: 31 दिसंबर
इतिहासाचार्य राजवाडेः देश के सुप्रसिद्ध इतिहासकार, टिप्पणीकार, लेखक और श्रेष्ठ वक्ता विश्वनाथ काशीनाथ राजवाडे का 31 दिसंबर 1926 को निधन हो गया। संस्कृत के प्रकांड विद्वान विश्वनाथ काशीनाथ अपने योगदान के कारण इतिहासाचार्य राजवाडे के नाम से भी जाने जाते हैं।
विश्वनाथ काशीनाथ राजवाडे का जन्म 24 जून 1863 को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के वरसई गांव में हुआ। उन्होंने 1890 में पुणे के डेक्कन कॉलेज से स्नातक किया।युवावस्था में ही धर्मपत्नी के निधन के बाद राजवाडे ने अविवाहित रहने का फैसला लिया और शेष जीवन उन्होंने इतिहास और उससे जुड़े शोध कार्यों के लिए समर्पित कर दिया।
उनकी सुप्रसिद्ध कृतियों में ‘राजवाडे धातुकोश’ और ‘संस्कृत भाषेचा उलगडा’ शामिल है। राजवाडे ने ‘भारतीय विवाह संस्था का इतिहास’ जैसे ग्रंथ की रचना की। मराठी भाषा में लिखा गया यह इतिहास ग्रंथ सर्वकालीन प्रासंगिक ग्रंथ माना जाता है। उन्होंने महत्वपूर्ण गांवों और एतिहासिक स्थलों का दौरा कर हजारों की संख्या में जरूरी दस्तावेजों का संग्रह कर मराठा इतिहास पर गहन शोध किया। जो ‘मराठांची इतिहासाची साधने’ नामक महाग्रंथ के रूप में 22 खंडों में प्रकाशित हुआ। वे भारत इतिहास शोधक मंडल, पुणे के संस्थापक सदस्यों में थे।
सुप्रसिद्ध इतिहासकार रामशरण शर्मा ने राजवाडे के बारे में कहा था ‘अनुसंधान के लिए अपने शुद्ध जुनून के साथ वीके राजवाडे संस्कृत पांडुलिपियों और मराठा इतिहास के स्रोतों की तलाश में महाराष्ट्र के गांव-गांव गए जो बाइस खंडों में प्रकाशित हुए।’
अन्य अहम घटनाएं:
1600: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना।
1866: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी कृष्ण वल्लभ सहाय का जन्म।
1915: ‘लावणी क्वीन’ कही जाने वाली सुप्रसिद्ध लोक कलाकार यमुनाबाई वाईकर का जन्म।
1925: सुप्रसिद्ध साहित्यकार और व्यंग्य लेखक श्रीलाल शुक्ल का जन्म।
1940: बांग्ला साहित्य के ‘भूखी पीढ़ी’ आंदोलन के प्रख्यात कवि त्रिदिव मित्रा का जन्म।
1956: मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री रविशंकर शुक्ल का निधन।
1965: भारतीय रियासतों के एकीकरण में सरदार वल्लभ भाई पटेल के सहयोगी रहे वीपी मेनन का निधन।
1979: भारतीय पर्वतारोही अंशु जमसेन्पा का जन्म।