इंडियन ऑयल ने अपनाया है नैसर्गिक गुण, लगाव और विश्वास : रिफाइनरी प्रमुख
बेगूसराय, 09 मार्च (हि.स.)।इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बरौनी रिफाइनरी में मंगलवार की रात अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने समाज में महिलाओं के अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संरक्षण नव परिवर्तन, लगाव और विश्वास मुख्य मूल्य हैं, जिसे इंडियन ऑयल ने अपने कारोबारी परिचालनों में अपनाया है, ये महिलाओं के नैसर्गिक गुण हैं।
इंडियन ऑयल महिलाओं को बेहतर कार्यस्थल, समान अवसर और अपनी प्रतिभा और मेहनत से आगे बढ़ने के अमूल्य अवसर प्रदान करता है। इंडियन ऑयल में वरिष्ठ पदों पर भी कई महिलाएं बेहतरीन प्रदर्शन कर कॉर्पोरेशन के विकास में योगदान दे रही है। हाल ही में शुक्ला मिस्त्री इंडियन ऑयल की पहली महिला निदेशक बनी जो कॉर्पोरेशन में महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा परिचायक है। उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी में भी महिला कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों को सुविधा पूर्ण और सुरक्षित कार्यस्थल प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही बेगूसराय में गरीब परिवार की लड़कियों के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में प्रयासरत है।
उन्होंने आह्वान किया कि हम सब मिलकर बेगूसराय की महिलाओं और बेटियों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में सार्थक कदम उठाएं। इस अवसर पर बरौनी रिफाइनरी की महिला पत्रिका अजा-प्रेरणा के विशेष अंक का विमोचन किया गया। इसके साथ ही बरौनी रिफाइनरी, इंडियन ऑयल के विपणन कार्यालय, बॉटलिंग प्लांट और सीआईएसएफ इकाई की महिला कर्मचारियों के लिए संवाद का आयोजन किया गया। जिसमें बीएसएपी-आठ के डीएसपी वंदना ने कहा कि समाज प्रचलित लैंगिक असमानता को मिटाने के लिए महिलाओं को कदम उठाने की जरूरत है। हमें मां, बेटी, पत्नी, बहू और कर्मचारी के रूप में मौजूदा मानकों को ऊपर उठाने के लिए अपनी सोच प्रक्रिया को बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज की शक्तिशाली महिला होने के नाते हमें उन स्थानों पर नजर डालने की जरूरत है, जहां असमानता उच्च है और उसको कम करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने की जरूरत है। दूसरे सत्र में डॉ. प्रज्ञा के द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके बाद महिला कर्मचारियों के लिए आत्म सुरक्षा से आत्मानिर्भरता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें ताइक्वांडो के राष्ट्रीय कोच सह संघ के जिला सचिव नंदू कुमार के नेतृत्व में महिलाओं को आत्म-बचाव पर ताइक्वांडो के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया।