आतंकी पाताल में होगा तो भी उसे खोज कर मारेंगे: नरेन्द्र मोदी
अहमदाबाद, 04 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि आतंकी पाताल में छिपा होगा तो भी उसे खोजकर मारेंगे। उन्होंने कहा कि चुन-चुन कर हिसाब लेना उनकी फितरत में है और वह दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारेंगे।
अहमदाबाद में मेडिकल सिटी कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई रुकेगी नहीं। प्रधानमंत्री ने अपना बयान फिर दोहराया कि जो आग देशवासियों के सीने में है, वही आग उनके सीने में भी है।
कॉम्प्लेक्स में स्थित सिविल अस्पताल में कुछ वर्ष पूर्व हुए बम बिस्फोटों में डॉक्टर-नर्स एवं अन्य चिकित्साकर्मियों के हताहत होने संबंधी दृश्यों को याद करते हुए मोदी ने कहा कि केन्द्र की तत्कालीन सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह इस नृशंस कांड के दोषियों से हिसाब चुकता करने के लिए कार्रवाई करती। इसी तरह मुंबई में नवंबर-2008 में हुए आतंकी हमले के जिम्मेदार लोगों को भी सबक सिखाया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अपनी कमजोरी और वोटबैंक की राजनीति के कारण आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सत्ता में रहना या न रहना उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है, देश रक्षा ही उनके लिए सर्वोपरि है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वो सुरक्षा बलों की कार्रवाई पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं, जिससे सेना का मनोबल गिरता है। ऐसे नेताओं के बयान पाकिस्तानी अखबारों की सुर्खियां बनते हैं।
गुजरात दौरे के दौरान जामनगर में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि भारतीय वायुसेना के पास राफेल युद्धक विमान होता तो दुश्मन का कोई भी हमलावर हवाई जहाज नहीं बचता, न ही देश को अपने एक जहाज का नुकसान सहना पड़ता। उन्होंने कहा कि विरोधी दल के नेता उनके इस बयान का गलत अर्थ निकाल रहे हैं कि यदि भारत के पास राफेल होता तो नतीजा कुछ और होता। आलोचक यह सवाल उठा रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने वायुसेना की क्षमता पर उंगली उठाई है। मोदी ने कहा, ‘अरे मेहरबान, कुछ सामान्य बुद्धि से काम लो। अगर हमारी सेना के पास राफेल होता तो हमारा एक भी जहाज नहीं गिरता और दुश्मन का एक भी जहाज नहीं बचता। मेरा हिसाब इस प्रकार है।’
मोदी ने कहा कि यदि उनकी बात आलोचकों को समझ में नहीं आती तो इसमें उनका क्या दोष है। भारतीय जवानों के शौर्य और पराक्रम के प्रदर्शन से इनके पेट में दर्द होता है। आलोचकों को भारतीय जवानों की क्षमता और सामर्थ्य पर अविश्वास करने की बजाय उन पर भरोसा करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद की बीमारी की जड़ पड़ोसी देश पाकिस्तान में है और इसका इलाज भी वहीं से करना होगा। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति फोड़े के इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाता है और डॉक्टर बताता है कि यह तो रक्त संबंधी दोष है तो उसी के अनुरूप इलाज किया जाता है। इसी तरह आतंकवाद का जड़ से उन्मूलन करने के लिए हमारी सेना ने कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का संकल्प है कि आतंकवाद को जड़ से नष्ट होने तक वह चैन से नहीं बैठेंगे। देशवासियों को रक्षा सेनाओं पर भरोसा रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को निशाना बना रहे आतंकियों और सीमा पार बैठे उनके आकाओं को यह समझ लेना चाहिए कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल जहां एक ओर देश की सेनाओं के प्रति अविश्वास प्रकट कर रहे हैं, वहीं आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। नरेन्द्र मोदी आतंकवाद को खत्म करना चाहता है, जबकि विपक्षी दल मोदी को खत्म करना चाहते हैं।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई विकास यात्रा न रुकेगी और न धीमी पड़ेगी। देशवासी आश्वस्त रहें। आगामी लोकसभा चुनाव के बाद वह फिर सत्ता में आ रहे हैं। मोदी ने गुजरात के अपने दौरे के दौरान अहमदाबाद में मेट्रो परियोजना के प्रथम चरण का लोकार्पण किया और जसपुर में विश्व उमियाधाम मंदिर कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास किया।