आठ महीने पूर्व प्रधानी जीतने के बाद डॉक्टर बनने यूक्रेन चली गई वैशाली यादव, होगी कार्रवाई
हरदोई, 02 मार्च (हि.स.)। यूक्रेन-रूस की जंग ने दुनिया भर में दहशत मचा रखी है। भारत समेत कई देशों के लोग यूक्रेन में फंसे होने से उनके परिवार वालों में भी चिंता देखने को मिली है। ज्यादातर लोग एमबीबीएस और इंजीनियर की पढ़ाई करने गए हैं। यूक्रेन और रूस की जंग में कई बातें भी खुलकर सामने आई हैं, जो इससे पहले लोगों को नहीं पता थीं। एक ऐसा ही मामला यूपी के हरदोई जिले का है। जिले की सांडी ब्लॉक की तेरापुरसेली की रहने वाली वैशाली यादव इन दिनों यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है। वह आठ महीने पहले प्रदेश में हुए प्रधानी के चुनाव के दौरान गांव आई थी। वैशाली ने यहां ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और जीता भी।
वैशाली ग्राम प्रधान बनने के बाद गांव के विकास की चिंता को छोड़कर खुद की डॉक्टरी की पढ़ाई की चिंता की और वापस यूक्रेन चली गई। हालांकि वैशाली यूक्रेन में रहकर पहले से ही पढ़ाई कर रही थी। इसका खुलासा यूक्रेन-रूस की जंग के दौरान हुआ है। गांव छोड़कर विदेश जाने के मामले में अब पंचायतराज भी सख्त हो गया है।
सूत्रों के अनुसार ग्राम प्रधान वैशाली के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। पंचायती राज विभाग ने विदेश में रह कर ग्राम प्रधान पद का निर्वहन करने के मामले में ग्राम प्रधान को नोटिस दिए जाने की जानकारी दी है। विभागीय जिम्मेदारों के मुताबिक ग्राम पंचायत में अब तक किए गए भुगतानों की भी जांच की जाएगी।
यूक्रेन संकट के बाद चर्चा में आई तेरापुरसेली ग्राम प्रधान को सुरक्षित देश में लाने की कवायद के साथ ग्राम प्रधान के दायित्व निभाने के मामले में भी जांच शुरू हो गई है। डीपीआरओ गिरीश कुमार ने बताया कि बिना अनुमति विदेश जाने व ग्राम प्रधान के दायित्वों के निर्वहन न करने को लेकर ग्राम प्रधान को नोटिस जारी की जाएगी। बताया कि अगर ग्राम प्रधान लगातार तीन बैठकों में अनुपस्थिति रहीं है तो पंचायती राज एक्ट के तहत उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। विदेश में रहते हुए उनके द्वारा किए गए भुगतान को लेकर भी नोटिस दिया जाएगा। बताया नोटिस का जवाब मिलने के बाद ही कोई नया कदम उठाया जाएगा।
डीपीआरओ के अनुसार धारा 95 के अंतर्गत ग्राम प्रधान को बिना किसी पर्याप्त कारण के लगातार तीन बैठकों में अनुपस्थित होना भारी पड़ सकता है। जिला प्रशासन धारा 95 के 2 छ के अंतर्गत ग्राम प्रधान को स्पष्टीकरण जारी कर उसे ग्राम प्रधान के पद से हटाया जा सकता है। वहीं अगर ग्राम प्रधान अगर किसी कारण से अनुपस्थित रहता है तो उसे नियम 62 घ के तहत जिम्मेदार को पूर्व सूचना देगा। उसे यह भी बताना होगा वह कब अपने दायित्वों के निर्वहन के लिए मौजूद रहेगा।
प्रधान के यूक्रेन में होने के मामले में अभी कोई शिकायत सामने नहीं आई है। फिलहाल परिजन यदि मांग करते हैं तो छात्रा वैशाली यादव को विदेश से घर सुरक्षित लाने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। शासन व मंत्रालय स्तर पर लिखा-पढ़ी करेंगे। यूक्रेन में रहकर प्रधानी का कामकाज करने के मामले में पंचायती राज एक्ट के तहत जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी।
बुधवार को सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो में यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने में केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे दावों पर एक छात्रा सवाल उठा रही है। कुछ लोगों का दावा था कि वीडियो में यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही सांडी ब्लॉक के तेरवा पुरसौली निवासी ग्राम प्रधान वैशाली यादव शामिल हैं। हालांकि एसपी ने यह वीडियो वैशाली का होने से इंकार किया है।
वायरल वीडियो के साथ लिखी पोस्ट सांडी ब्लॉक के तेरवा पुरसौली निवासी प्रधान वैशाली यादव पुत्री महेंद्र यादव बताई गई है। हरदोई पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार किए जाने की पोस्ट भी लिखी गई है। इस मामले में एसपी राजेश द्विवेदी से बात की गई तो वीडियो वायरल होने के मामले में किसी भी लड़की की गिरफ्तारी नहीं की गई है। उनका कहना है कि वीडियो में बोल रही लड़की वैशाली नहीं है। बोलने वाली लड़की के बारे में जानकारी की जा रही है।
वैशाली की मां पूर्व ब्लॉक प्रमुख शशि यादव ने बताया कि सुबह ही बेटी वैशाली से बात हुई है। वह अभी रोमानिया में ही फंसी है। वीडियो में बोल रही लड़की वैशाली नहीं है। शशि का यह भी कहना है कि इस सम्बंध में किसी भी जानकारी के लिए अब तक उनसे पुलिस ने सम्पर्क नहीं किया है।