अयोध्या में राजीव गांधी के प्रचार के बावजूद न सांसद जीते, न प्रधानमंत्री बने
लखनऊ, 29 मार्च (हि.स.)। देश के प्रधानमंत्री रहते राजीव गांधी ने वर्ष 1989 में अयोध्या से लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज किया, लेकिन न तो फैजाबाद संसदीय सीट से सांसद की जीत हो पाई और न ही वे पुन: प्रधानमंत्री बन सके। कांग्रेस की ओर से फैजाबाद से सांसद रहे डा.निर्मल खत्री चुनाव मैदान में थे, जिन्हें मित्रसेन यादव ने पराजित किया। उस समय केन्द्र में जनता दल की सरकार बनी और विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री बने।
इस बार भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने डा. निर्मल खत्री को ही प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। इस बार चुनाव प्रचार की आगाज स्व. श्री राजीव गांधी की बेटी प्रियंका वाड्रा करने अयोध्या पहुंची हैं।
अयोध्या संसदीय क्षेत्र के वर्तमान परिदृश्य पर नजर डालें तो तस्वीर 1989 जैसी ही दिख रही है। इस बार अयोध्या संसदीय सीट पर सपा,भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के आसार दिख रहे हैं। वर्ष 1989 में जहां मित्रसेन यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी डा. निर्मल खत्री को चुनाव हराया था। वहीं इस बार भी मित्रसेन यादव के पुत्र आनन्द सेन यादव से डा.निर्मल खत्री को तगड़ी चुनौती मिल रही है। वहीं केन्द्र में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कांग्रेस को तगड़ी शिकस्त मिल रही है।
अयोध्या से सपा प्रत्याशी आनंद सेन यादव ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने समाज को बांटने का काम किया है। 1989 के चुनाव में भी बाबू मित्रसेन यादव ने निर्मल खत्री को चुनाव हराया था। इस बार मैं खुद चुनाव मैदान में हूँ। जनता भाजपा और कांग्रेस को सबक सिखायेगी।
फैजाबाद के वर्तमान सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि भाजपा वर्षो से श्रीराम नगरी की अस्मिता की लड़ाई लड़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिपावली पर भव्य दिपोत्सव का आयोजन कर दुनिया को बताया दिया कि हिन्दू समाज के लिए अयोध्या तीर्थस्थल है। कहा कि अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए भाजपा कटिबद्ध है। इस चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित है।
प्रियंका के अयोध्या दौरे पर कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी डा.निर्मल खत्री का कहना है कि प्रियंका गांधी का किसी कांग्रेस प्रत्याशी के लिए पहला चुनाव प्रचार है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलने प्रियंका अयोध्या आ रही हैं। उनके अयोध्या आने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य रामलला का दर्शन करने नहीं आया। उन्होंने कहा कि नेहरू,इंदिरा गांधी,राजीव गांधी और राहुल गांधी अयोध्या आये तो लेकिन हनुमानगढ़ी से ही लौट गये।