अमित शाह ने किया बंगाल से तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का आह्वान
कोलकाता, 11 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता के मेयो रोड में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा द्वारा आयोजित “युवा स्वाभिमान समावेश” को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया है। उन्होंने राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान 22 सीटें जीतने के लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति से भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील करें।
अमित शाह ने कहा कि “आज मैं बंगाल आया हूं और ममता बनर्जी की सरकार ने सभी बांग्ला चैनलों का सिग्नल डाउन कर दिया है ताकि पश्चिम बंगाल के लोग उन्हें नहीं सुन सकें, लेकिन मैं हर महीने यहां आउंगा और घर-घर जाकर पश्चिम बंगाल के लोगों को ममता बनर्जी के भ्रष्टाचार के बारे में बताउंगा।” इसके अलावा एनआरसी मुद्दे पर भी अमित शाह ने ममता बनर्जी को जमकर घेरा। शाह ने कहा कि 2005 में यही ममता बनर्जी थीं जो इन बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से निकालने की वकालत करती थीं। उन्होंने संसद के अध्यक्ष की ओर कागज़ फेंक कर मारा था क्योंकि उस समय बांग्लादेशी घुसपैठिए माकपा की सरकार को वोट देते थे और आज यही घुसपैठिए ममता बनर्जी का वोट बैंक बन चुके हैं। इस लिए वे एनआरसी का विरोध कर रही हैं। अमित शाह ने स्पष्ट चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस चाहे जितनी कोशिश कर ले लेकिन भारतीय जनता पार्टी हर हाल में एनआरसी की प्रक्रिया पूरी करेगी और एक-एक घुसपैठियों को चिन्हित कर देश से बाहर करेगी।
इसके साथ ही एनआरसी मुद्दे पर उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी ऐसा भ्रम फैला रही हैं कि एनआरसी के जरिए भारतीय नागरिकों को बाहर किया जा रहा है लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार केवल और केवल घुसपैठियों को इस देश से बाहर निकालने के लिए तत्पर है और ममता चाहे जितनी कोशिश कर लें, यह होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने एनआरसी की प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन आज केवल वोट बैंक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस के विरोध में खड़े हैं उन्हें इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
पश्चिम बंगाल से भी घुसपैठियों को खदेड़ने का आह्वान
पश्चिम बंगाल में भी एनआरसी प्रक्रिया लागू करने की जरूरत बताते हुए अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार वोट बैंक के लिए बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को यहां बसा रही हैं। यहां के युवाओं का रोजगार छीन रही हैं। पश्चिम बंगाल के हिंदुओं और मुसलमानों के अधिकारों को छीन कर घुसपैठियों को दे रही है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक-एक घुसपैठिए को चिन्हित कर देश से बाहर भगाएगी। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और ममता बनर्जी दोनों से इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी और राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि उनके लिए देश की सुरक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण है या घुसपैठियों को देश में रखना। गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, रामकृष्ण परमहंस, विवेकानंद की धरती पर अब केवल और केवल बम के धमाके सुनाई देते हैं। बांग्लादेशी घुसपैठिए यहां हजारों विस्फोट कर रहे हैं। यह सत्तारूढ़ तृणमूल की तुष्टीकरण की नीतियों की वजह से है। तृणमूल की कांग्रेस सरकार पश्चिम बंगाल में इन्हीं घुसपैठियों को रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार के बहाने इन लोगों को बंगाल में वोट बैंक के लिए बसाया जा रहा है लेकिन पश्चिम बंगाल के लोगों के अधिकारों का हनन के बारे में कोई नहीं सोच रहा। इस बारे में भारतीय जनता पार्टी सोचेगी।
सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट 2016 पर तृणमूल और कांग्रेस को रुख स्पष्ट करने को कहा
अमित शाह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में भ्रम फैला रही है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार शरणार्थियों को देश से बाहर भगाने की कोशिश कर रही हैं लेकिन एनडीए की सरकार ने सभी शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए कानून बनाया है। इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा में पारित किए गए सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट 2016 के समर्थन को लेकर भी तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस से रुख स्पष्ट करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यह कानून बनाया है जिसके तहत अफगानिस्तान पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत में आए ईसाई बौद्ध और हिंदुओं को नागरिकता दिया जाएगा। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह राज्यसभा में इस कानून को पास करवाने में मदद करेंगे या नहीं।
तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल को दिया है भ्रष्टाचार की पूरी श्रृंख्ला
शाह ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी तृणमूल कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि जब से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार आई है यहां केवल और केवल भ्रष्टाचार हुए हैं। उन्होंने कहा कि तृणमूल के बड़े-बड़े नेता सारधा, नारदा, रोजवैली जैसे घोटाले करके बैठे हैं। पश्चिम बंगाल की जनता की गाढ़ी कमाई को इन लोगों ने लूटा। उन्होंने आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि ममता बनर्जी यूपीए के शासनकाल की बड़ाई करती हैं लेकिन यूपीए शासनकाल में 13 वें वित्त आयोग ने ममता बनर्जी की सरकार को एक लाख 32 हजार करोड़ रुपये दिए थे जबकि वर्तमान एनडीए सरकार के 14वें वित्त आयोग ने पश्चिम बंगाल को 3 लाख 59 हजार करोड़ रुपये दिए है, लेकिन राज्य में कहीं कोई विकास नहीं हुआ।
यह सारे रुपये तृणमूल कांग्रेस के भतीजे (अभिषेक बनर्जी) के सिंडिकेट ने डकार लिया है और बंगाल के लोगों को कुछ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के दौरान देश की जीडीपी में पश्चिम बंगाल का योगदान 25% था। आजादी के बाद बने कांग्रेस की सरकार ने इसे नीचे गिरा कर 13% पर ला दिया। 35 सालों में वामपंथियों ने इसे और नीचे गिराया एवं इसे 4% पर ला दिया। अब ममता बनर्जी की सरकार के समय में देश की जीडीपी में पश्चिम बंगाल का योगदान केवल 3% है। यह भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा सबूत है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में सारे उद्योग धंधे बंद हो गए। सारे कारखाने बंद हो गए, अब चल रहे हैं तो केवल और केवल बम बनाने के कारखाने। यहां रोज कहीं ना कहीं पिस्तौल बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ होता है तो कहीं ना कहीं बम बनाने के कारखाने का।
तृणमूल ने कराई 67 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या
अपने संबोधन के दौरान अमित शाह ने दावा किया कि पंचायत चुनाव से लेकर अब तक सत्तारूढ़ तृणमूल की सरकार ने राजनीतिक पूर्वाग्रह में भारतीय जनता पार्टी के 67 कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में देश ने बंगाल में व्यापक हिंसा देखा। ऐसा पहली बार हुआ कि 20% से अधिक सीटों पर विपक्ष के उम्मीदवार को नामांकन तक नहीं करने दिया गया। व्यापक हिंसा के बावजूद पश्चिम बंगाल के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को 7000 सीटों पर जीता दिलाई है। यह बहुत बड़ी संख्या है और आने वाले समय में बंगाल में पूर्ण परिवर्तन का सूचक है। अमित शाह ने कहा कि इतिहास गवाह है जिसने भी हिंसा का रास्ता अख्तियार किया वह खत्म हो गया। हिंसा करने वाले बचते नहीं है। माकपा खत्म हो गई और अब तृणमूल की बारी है। पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनाने का आह्वान करते हुए अमित शाह ने कहा कि आने वाले चुनाव में पश्चिम बंगाल के लोग नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाएंगे और तब सही मायनो में पश्चिम बंगाल का विकास होगा।