अखिलेश की माफियापरस्ती का करारा जवाब देने को तैयार है यूपी की जनता : केशव मौर्य
पांच साल तक केवल अपराधियों और भ्रष्टाचारियों का गिरोह तैयार करते रहे अखिलेश : केशव
-अबकी बार सपा को 27 का आंकड़ा भी नहीं पार करने देगी प्रदेश की जनता : मौर्य
-सपा गठबंधन में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट : उप मुख्यमंत्री
लखनऊ, 20 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सपा मुखिया अखिलेश यादव की माफियापरस्ती और झूठे वादों का करारा जवाब देने को तैयार बैठी है।
सपा मुखिया अखिलेश को चुनौती देते हुए उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि भ्रष्टाचारियों और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को सत्ता में आने का न्योता देने वाली समाजवादी पार्टी इस बार विधानसभा चुनावों में 27 सीटों को तरस जाएगी।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि चुनाव के वक्त माफियाओं और अपराधियों का गिरोह तैयार करने के बजाय अखलेश यादव अगर पांच साल जनता के बीच जाते और उनके सुख-दुख में शामिल होते, तो उन्हें धरातल की जानकारी होती। भाजपा सरकार में हुए विकास कार्य उनकी जुबान पर होते। रोजगार, व्यापार, स्वास्थ्य, किसानों के विकास के साथ पिछड़ों व गरीबों के हित में चल रही योजनाओं की उन्हें जानकारी होती। वो तो पांच साल तक केवल अपराधियों और भ्रष्टाचारियों की लिस्ट ही तैयार करते रह गये।
श्री मौर्य ने कहा कि सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार, गुण्डागर्दी और तुष्टीकरण की पौध लगाने वाले अखिलेश यादव ने मां भारती का विरोध करने वालों को चुनाव में उतारकर अपने कुत्सित इरादों को फिर जाहिर कर दिया है। अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की जनता ने उन्हें पिछली बार 47 सीटों पर समेटा था इस बार अखिलेश के गिरोह को 27 का आंकड़ा भी पार करना मुश्किल होगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट है। उन्होंने कहा कि जिस तरह के पेशेवर अपराधियों और माफियाओं को सपा ने अपनी सूची में टिकट दिये हैं, वो राज्य की जनता देख रही है। भाजपा ने जहां विकास, सुशासन और राष्ट्रवाद को चुनाव के लिए एजेंडा के रूप में प्राथमिकता दी है। वहीं समाजवाद का डंका पीटने वाली सपा में वंशवाद और पारिवारिक राजनीति को हमेशा बढ़ावा दिया है। जनता से ज्यादा केवल और केवल अपने परिवार के लिए सोचा है।