हिन्दू संगठनों और फिल्म जगत ने कमल हासन के हिन्दू आतंकवादी बयान पर जताई आपत्ति
नई दिल्ली, 13 मई (हि.स.)। फिल्म अभिनेता से नेता बने कमल हासन द्वारा आंतकवाद को हिन्दू से जोड़ने पर न केवल हिन्दू संगठनों ने बल्कि फिल्म जगत ने उनके बयान की निंदा करते हुए उन्हें धर्म विशेष के वोटों को लुभाने की खातिर ऐसी बयानबाजी नहीं करने की सलाह दी है।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोमवार को कहा कि ऐसी क्या बात है कि कुछ नेता मुस्लिम श्रोताओं की भीड़ देखकर इतने पागल जो जाते हैं कि वे अपने ही मूल देश, धर्म, संस्कृति व प्रधानमंत्री तक को सुलटाने लग जाते हैं। जिन कमल हासन को हिन्दू दर्शकों ने सर आंखों पर बिठाया, उन्हीं को आतंकवादी कहने लगे।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि विभाजन में लाखों हिन्दुओं की लाशें भेजने वाले जेहादी क्या शांति के कबूतर थे। कबाइलियों के वेश में कश्मीर पर आक्रमण करने वाले क्या हिंदू थे। कश्मीरी पंडितों के हत्यारे बलात्कारी क्या मानवता के पोषक थे। इतने ना गिरो कि देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म बिभूषण को दाग लग जाए।
फिल्म कलाकार विवेक ओबेरॉय ने कहा, प्रिय कमल सर, आप एक महान कलाकार हैं। जैसे कला का कोई धर्म नहीं होता, वैसे ही आतंक का भी कोई धर्म नहीं होता। आप कह सकते हैं कि गोडसे एक आतंकवादी था, आपने उसे विशेषरूप से हिंदू से क्यों जोड़ा है? क्या इसलिए कि आप वोटों को लुभाने के लिए एक मुस्लिम बहुल इलाके में थे। उन्होंने कहा कि छोटे से लेकर दिग्गज कलाकारों तक हम सभी को देश को बांटना नहीं चाहिए। हम सभी एक हैं। जय हिंद।
उल्लेखनीय है कि कमल हासन ने अपनी पार्टी मक्कल निधि मय्यम के तमिलनाडु के अरवाकुरिची विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे आजाद भारत का पहला हिन्दू आतंकवादी था।