सोशल साइट पर चर्चा : दूसरा कश्मीर बन रहा है बंगाल
कोलकाता (हि.स.)। कोलकाता में सीबीआई अधिकारियों को पुलिस द्वारा पकड़कर पीटने और कॉलर पकड़ कर खींचते हुए थाना ले जाने के खिलाफ पूरा सोशल साइट खड़ा हो गया है। अधिकतर यूजर्स ममता बनर्जी की सरकार को संविधान से बाहर की सरकार चलाने का आरोप लगा रहे हैं। सुमन बनर्जी नाम की एक महिला यूजर ने लिखा है कि इसके पहले हमलोग कश्मीर में सुनते थे कि सेंट्रल फोर्स को वहां की पुलिस इलाके में घुसने नहीं देती है अथवा वहां के लोग सेना को घेरकर पत्थरबाजी करते थे लेकिन वहां भी मुख्यमंत्री प्रत्यक्ष तौर पर इन कार्रवाइयों का समर्थन नहीं करते थे। अब बंगाल उससे भी बदतर स्थिति में पहुंच गया है। वहां एक भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई को रोकने के लिए पुलिस ने न केवल सीबीआई अधिकारियों को पकड़कर पीटा बल्कि थाने ले गई| सबसे बड़ी अराजक स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस स्थिति को संभालने की बजाय इसे और बिगाड़ते हुए पुलिस की इस कार्रवाई के समर्थन में धरना पर बैठ गई हैं।
आलोक सिन्हा नाम के एक अन्य फेसबुक यूजर ने लिखा कि ममता बनर्जी के निर्देश पर राज्यभर में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अराजकता मचा दी है। हर जगह गाड़ियों को रोका जा रहा है। सड़क जाम किया गया है। ट्रेन रोक दिया गया है। यह ऐसा है जैसे कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई होने के बाद वहां पाकिस्तान समर्थक लोग करते हैं।
अशोक घोष नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा कि मेरी उम्र 55 साल पार हो गई है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि 1905 के बंग भंग के बाद बंगाल में इस तरह की परिस्थिति बनेगी जहां केंद्रीय एजेंसियों को राज्य सरकार की एजेंसियां पकड़कर पीटेंगी। ऐसे मौके पर पूरे बंगाल के लोगों को एक होकर देश के बाकी हिस्से के साथ बंगाल को जोड़े रखने में मदद करनी होगी। वर्तमान सरकार बंगाल को अलग देश बनाने में जुटी है। कई यूजर्स ने ममता बनर्जी को सत्ता के मद में चूर होकर देश के संविधान से अलग संविधान चलाने का आरोप लगाया है।