सीमा प्रबंधन के लिए अंतरिक्ष में उपग्रह भेजेगा इसरो
नई दिल्ली (हि.स.)। सीमा सुरक्षा एवं प्रबंधन के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) एक उपग्रह लॉन्च करेगा, जिसका इस्तेमाल केवल गृह मंत्रालय करेगा। इसके माध्यम से सीमा क्षेत्र में सैन्य बलों की तैनाती में भी सहायता मिलेगी।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा प्रबंधन के सुधार में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के लिए क्षेत्रों की निशानदेही पर कार्यबल की रिपोर्ट मंजूर कर ली है। इसके तहत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के लिए द्वीप विकास, सीमा सुरक्षा, संचार और नौवहन, जीआईएस और संचालन आयोजना प्रणाली, सीमा संरचना विकास क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है।
इसके तहत लघु कालीन आवश्यकताओं के तहत सीमा प्रहरी बलों के लिए हाई रिजोल्यूशन इमेजरी और संचार के लिए बैंडविथ का प्रबंध किया जाएगा। मध्यम अवधि की आवश्यकता के मद्देनजर इसरो एक उपग्रह लांच कर रहा है, जिसका इस्तेमाल केवल गृह मंत्रालय करेगा। दीर्घकालीन अवधि के तहत गृह मंत्रालय नेटवर्क अवसंरचना विकसित करेगा ताकि अन्य एजेंसियां उपग्रह संसाधनों को साझा कर सकें। दूरदराज के इलाकों में तैनात केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को उपग्रह संचार की सुविधा दी जाएगी।
कार्यबल का नेतृत्व संयुक्त सचिव(सीमा प्रबंधन) ने किया और उसके सदस्यों में सीमा प्रहरी बलों, अंतरिक्ष विभाग तथा सीमा प्रबंधन प्रभाग के प्रतिनिधि शामिल थे। गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बलों, इसरो, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और रक्षा मंत्रालय सहित सभी हितधारकों से परामर्श करने के बाद रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया।
परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए लघु, मध्यम और दीर्घकालीन योजना का प्रस्ताव किया गया है, जिसे पांच वर्षों में पूरा किया जाएगा। इसके लिए इसरो और रक्षा मंत्रालय के साथ नजदीकी सहयोग किया जाएगा। सीमा प्रहरी बलों की क्षमता बढ़ाने के लिए रिपोर्ट में कई सुझाव दिए गए हैं।